
वीडियो वायरल: भगत सिंह चौक पर युवती ने युवक को जड़ा थप्पड़, देर रात हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद हंगामा

ख़बर पड़ताल। एक बार फिर देर रात हुए हंगामे को लेकर शहर सुर्खियों में है। रविवार रात भगत सिंह चौक पर एक युवक और कुछ युवतियों के बीच हुए विवाद ने देखते ही देखते तूल पकड़ लिया। बहस इतनी बढ़ गई कि मामला हाथापाई तक पहुंच गया। इसी दौरान स्पा सेंटर में काम करने वाली एक युवती ने युवक को जोरदार थप्पड़ जड़ दिया। पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
मौके पर मौजूद लोगों के अनुसार, मसूरी के भगत सिंह चौक पर करीब आधे घंटे तक हाईवोल्टेज ड्रामा चलता रहा। स्थानीय लोगों ने बीच-बचाव कर किसी तरह विवाद को शांत करवाया। बताया जा रहा है कि मामला एक स्पा सेंटर पर पत्थर फेंकने और उसके बाद हुई कहासुनी से जुड़ा हुआ था, जिसकी वजह से दोनों पक्ष सड़क पर भिड़ गए।
स्पा सेंटर्स पर उठ रहे सवाल
मसूरी में बीते कुछ महीनों में तेजी से खुले स्पा सेंटर्स स्थानीय निवासियों के लिए चिंता का विषय बनते जा रहे हैं। कई स्पा सेंटर्स के खिलाफ शिकायतें सामने आती रही हैं, लेकिन अब तक पुलिस या प्रशासन द्वारा किसी ठोस कार्रवाई की जानकारी नहीं मिली है।
स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि कई स्पा सेंटर्स देर रात तक खुले रहते हैं, जहां संदिग्ध गतिविधियों की आशंका रहती है। ऐसे प्रतिष्ठानों के बाहर आए दिन बहस और झगड़े देखने को मिल रहे हैं। भगत सिंह चौक की यह घटना भी इन्हीं गतिविधियों की कड़ी मानी जा रही है।
व्यापार संघ ने जताई नाराजगी
व्यापार संघ के महामंत्री जगजीत कुकरेजा ने कहा कि इस तरह की घटनाएँ मसूरी की साख को नुकसान पहुँचा रही हैं।
उन्होंने कहा—“पर्यटक मसूरी सुकून और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए आते हैं, लेकिन जब उन्हें सड़क पर ऐसे दृश्य दिखाई देते हैं तो शहर की छवि धूमिल होती है। प्रशासन को तुरंत सख्त कदम उठाने चाहिए।”
उन्होंने रात्रि गश्त बढ़ाने और संदिग्ध स्पा सेंटर्स की गहन जांच कराने की मांग की है।
पुलिस का पक्ष
शहर कोतवाल देवेंद्र चौहान ने बताया कि इस मामले में पुलिस को अब तक कोई तहरीर प्राप्त नहीं हुई है। हालांकि स्थानीय लोगों का सवाल है कि जब ऐसी घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं और वीडियो भी वायरल हो रहे हैं, तो कार्रवाई तहरीर का इंतजार क्यों कर रही है?
मसूरी जैसे पर्यटन केंद्र में लगातार बढ़ रही ऐसी घटनाओं ने लोगों में चिंता बढ़ा दी है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन और पुलिस इस मुद्दे पर कितनी गंभीरता से कदम उठाते हैं।

