“इन दिनों उत्तराखंड के सभी बॉर्डर पर पुलिस प्रशासन द्वारा चेकिंग अभियान जारी है, इसी दौरान नैनीताल के एसएसपी की कार की एक पुलिसकर्मी ने तलाशी ले ली, जानिए आगे क्या हुआ फिर…”
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना
हल्द्वानी। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर एसएसपी शुक्रवार आधी रात सुरक्षा व्यवस्था देखने निकले। नयागांव और आम्रपाली बैरियर पर पुलिसकर्मियों ने उनकी निजी कार को रोका और तलाशी ली। बाद में एक पुलिसकर्मी ने उन्हें पहचान लिया। इसके बाद सिपाही सकते में आ गया लेकिन कप्तान ने पुलिसकर्मी की कार्यशैली पर उसकी पीठ थपथपाई।
आचार संहिता लगने के बाद पुलिस अलर्ट मोड पर है। जगह-जगह चेकिंग की जा रही है। इसे जांचने के लिए एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा रात शुक्रवार करीब 12:30 बजे अपने दोस्त के साथ अपनी प्राइवेट कार से निकले। वह पहले रामनगर रूट पर गए। जब वह आम्रपाली चौकी पहुंचे तो वह बेरीकेडिंग कर एक सिपाही ने उनकी कार को रुकवाया। आने-जाने का कारण पूछा और फिर कार की तलाशी देने को कहा। एसएसपी ने भी बगैर कोई सवाल किए कार की डिग्गी खोल दी। डिग्गी खाली थी लेकिन कुछ ही दूर खड़ा एक सिपाही एसएसपी को पहचान गया। उसने चेकिंग कर रहे साथी सिपाही को आगाह किया तो वह घबरा गया। उसे लगा कि एसएसपी की चेकिंग पर उसे फटकार मिलेगी लेकिन एसएसपी ने सिपाही की पीठ थपथपाई और आगे बढ़ गए।
इसके बाद उन्हें नयागांव चौकी पर रोका गया लेकिन यहां एसएसपी को किसी ने नहीं पहचाना। फिर वह अपनी निजी कार से लालकुआं पहुंचे। सुभाषनगर बैरियर पर रुके और काफी देर गाड़ियों की तलाशी की निगरानी की। बाद में पुलिसकर्मियों को पता चल गया कि एसएसपी राउंड पर हैं तो सभी सचेत हो गए।