
ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- फिजिकल टेस्ट के दौरान जान गंवाने वाले दो अभ्यर्थियों के परिजनों को 4-4 लाख की सहायता।
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने सरकारी नौकरी की भर्ती परीक्षा के दौरान मृत दो अभ्यर्थियों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। यह सहायता मुख्यमंत्री राहत कोष (CMRF) से जारी की जाएगी।
फिजिकल टेस्ट के दौरान दो उम्मीदवारों की मौत
ओडिशा अधीनस्थ कर्मचारी चयन आयोग (OSSSC) द्वारा वन रक्षक (Forest Guard), वनपाल (Forester) और पशुधन निरीक्षक के पदों पर भर्ती के लिए शारीरिक परीक्षा आयोजित की जा रही थी। इसी दौरान क्योंझर जिले के ब्योमकेश नायक और सुंदरगढ़ जिले के प्रबीण कुमार पांडा की मौत हो गई।
दौड़ के दौरान बिगड़ी हालत, अस्पताल में तोड़ा दम
प्रबीण कुमार पांडा (राउरकेला, सुंदरगढ़) ने वन रक्षक और वनपाल की परीक्षा के लिए भवानीपुर से बरगड़ा तक 25 किलोमीटर की दौड़ में हिस्सा लिया था, दौड़ शुरू होने के 4 किलोमीटर बाद तसर फील्ड के पास अचानक उनका पैर फिसला और वह बेहोश हो गए, उन्हें तुरंत सरकारी मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया, ADM (अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट) के अनुसार, मेडिकल जांच में प्रबीण पूरी तरह फिट था, इसलिए उसे दौड़ने की अनुमति दी गई थी।
ब्योमकेश नायक – एक मेधावी छात्र, परिवार में अकेले कमाने वाले
ब्योमकेश नायक (क्योंझर) ने इंजीनियरिंग के बाद क्योंझर उप-जिलाधिकारी कार्यालय में सफाईकर्मी के रूप में कार्य किया था, उन्होंने पंचायत PIAO परीक्षा पास की, लेकिन वह नौकरी जॉइन नहीं कर पाए, फॉरेस्टर भर्ती परीक्षा के दौरान थकान के कारण उनकी मौत हो गई, ब्योमकेश की एक साल की बेटी है और कुछ साल पहले उनके माता-पिता का निधन एक दुर्घटना में हो गया था।
सीएम की संवेदनशील पहल
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने दोनों मृतक अभ्यर्थियों के परिवारों की मदद के लिए 4-4 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है, जिससे उनके परिवार को कुछ राहत मिल सके।
सरकारी भर्ती परीक्षाओं में स्वास्थ्य सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने सरकारी भर्ती परीक्षाओं में सुरक्षा और स्वास्थ्य संबंधी व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं। लंबी दौड़ के दौरान अभ्यर्थियों की सुरक्षा और मेडिकल सुविधाओं को लेकर सरकार को और भी कड़े कदम उठाने की जरूरत है।