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*”ट्रांसफर वाला तांत्रिक बाबा” खुद को केंद्रीय मंत्रियों का पीए बताकर देता था ट्रांसफर का झांसा, नेताओ के साथ फोटो अपलोड कर दिखाता था रौब; क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ्तार।*

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ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- बड़े बड़े नेताओं के साथ फोटो खिंचाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर लोगों में अपनी रौब जमाना, केंद्रीय मंत्रियों का पीए बनकर पुलिसकर्मियों के ट्रांसफर का झांसा देकर ठगी, एक फर्जी बाबा के जालसाजी की हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है।

बता दें की मध्य प्रदेश पुलिस ने ग्वालियर से एक ट्रांसफर तांत्रिक बाबा अरेस्ट किया. यह ठग तांत्रिक का चोला ओढ़कर बड़े नेताओं से मिलता, उनके साथ तस्वीरें खींचाता और सोशल मीडिया में डाल कर रौब गांठता था. इसके बाद लोगों को उनके काम कराने का झांसा देकर रुपये ऐंठता था. यह बहुरुपिया केंद्रीय मंत्रियों के नाम से अफसरों पर धौंस जमाकर लोगों के काम भी करा लेता था. इस बार यह जालसाज खुद को केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का पीए बताकर मध्य प्रदेश के डीजीपी पर दो इंस्पेक्टरों के तबादले का दबाव बना रहा था. इसके लिए इस जालसाज ने दोनों इंस्पेक्टरों से मोटी रकम वसूल की थी।

डीजीपी पर दबाव बनाने के लिए इस जालसाज ने अलग अलग नंबरों से कई मैसेज किए. इन सभी मैसेज में खुद को केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का पीए जयकिशन बताया. कहा कि मंत्री जी चाहते हैं कि शिवपुरी में तैनात इंस्पेक्टर विनय यादव और गुना जिले में तैनात इंस्पेक्टर पंकज त्यागी का तबादला ग्वालियर किया जाए. इस जालसाज ने एक के बाद एक जब लगातार कई मैसेज कर दिए तो डीजीपी को शक हुआ कि एक केंद्रीय मंत्री को दो इंस्पेक्टरों के तबादले में इतना इंट्रेस्ट क्यों है।

ग्वालियर का रहने वाला है जालसाज तांत्रिक

डीजीपी ने खुद केंद्रीय मंत्री से कंफर्म किया. पता चला कि केंद्रीय मंत्री ना तो किसी जयकिशन नाम के आदमी को जानते हैं और ना ही इन दोनों इंस्पेक्टरों से परिचित हैं. इसके बाद डीजीपी ने पुलिस को अलर्ट किया और आरोपी के मोबाइल नंबरों को सर्विलांस पर डालकर उसकी लोकेशन निकलवाई. पता चला कि आरोपी ग्वालियर में मौजूद है. इसके बाद पुलिस टीम ने दबिश देकर आरोपी को उसके ठिकाने से दबोच लिया. पूछताछ में आरोपी ने खुद की पहचान ग्वालियर में ही टेकनपुर के रहने वाले पुष्पेंद्र दीक्षित के रूप में बताई।

पुलिस ने जब इस जालसाज से कड़ाई से पूछताछ की तो कई हैरतंगेज खुलासे हुए. उसने बताया कि जिन दोनों इंस्पेक्टरों के तबादले के लिए वह दबाव बना रहा था, उनसे वह पहले ही मोटी रकम ऐंठ चुका था. आरोपी से हुए इस खुलासे के बाद ग्वालियर रेंज आईजी अरविंद सक्सेना ने इन दोनों इंस्पेक्टरों को सस्पेंड कर दिया है. इन दोनों इंस्पेक्टरों पर कार्रवाई किसी जालसाज से साठगांठ रखने, तबादले के लिए दबाव बनाने के आरोप हैं. पुलिस की जांच में आरोपी के पास से पांच मोबाइल फोन, अलग अलग नाम से कई आधार कार्ड, सिम कार्ड और 1 लाख रुपए की नगदी बरामद हुई है।

बीएसएफ के डीजी को भी लिखा था पत्र

पता चला कि आरोपी की यह पहली वारदात नहीं है. बल्कि वह बीते 10-15 सालों से इस तरह के काम कर रहा है. साल 2017 में इस जालसाज ने तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के नाम से बीएसएफ के डीजी को कूट रचित अर्द्ध शासकीय पत्र लिखा था. इसमें उन्हें तीन कर्मचारियों के ट्रांसफर का आदेश दिया था. इस आदेश के आधार पर एक कर्मचारी का ट्रांसफर भी हो गया, लेकिन दूसरे कर्मचारी के ट्रांसफर के वक्त ही मामले का खुलासा हो गया. इसके बाद आरोपी के खिलाफ साउथ दिल्ली के लोधी रोड थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था।

सोशल मीडिया में रौब गांठ कर फंसाता था शिकार

पुलिस के मुताबिक आरोपी साधु की वेष भूषा में रहता था और कई तरह के चमत्कार और सिद्धियां होने का दावा करता था. वह जुगाड़ लगाकर बड़े बड़े नेताओं और अफसरों से मिलता और उनके साथ फोटो खिंचाकर सोशल मीडिया में अपलोड करता था. इस प्रकार वह रौब गांठ कर अपने शिकार को फंसाता था और उनके काम कराने का झांसा देकर मोटी रकम ऐंठ लेता था. इस खुलासे के बाद ग्वालियर पुलिस इस जालसाज की पूरी कुंडली खंगालने की कोशिश कर रही है. पुलिस यह पता करने की कोशिश कर रही है कि इस जालसाज ने अब तक क्या क्या गुल खिलाए हैं।

रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना 


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