ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- शहर के छत्तरपुर रोड पर बन रहे अंडरपास को लेकर खासा राजनीति देखी जा रही है। वहीं अंडरपास बनने को लेकर कुछ लोग विरोध कर रहे हैं तो कुछ लोग अंडरपास बनाये जाने की मांग पर अडिग हैं। पूरे मामले में कहीं न कहीं राजनीतिक हस्पक्षेप भी शामिल है। फिलहाल अंडरपास को लेकर सुई अटकती नजर आ रही है।
ज्ञातव्य हो छत्तरपुर रोड के पास रेलवे द्वारा लोगों की सुलभता को देखते हुए अंडरपास का अप्रूवल काफी समय पहले दे दिया था। जैसे ही अंडरपास का निर्माण शुरु हुआ वैसे ही वहां बवाल की स्थिति खड़ी हो गई। कुछ लोग अंडरपास बनाये जाने के पक्ष में हैं तो कुछ लोग विरोध करने में जुटे हुए हैं। वहीं पूरे मामले में राजनीतिक हस्तक्षेप की बात भी सामने आ रही है। जनप्रतिनिधि श्रेय न मिल पाने के चलते खुलकर सामने भी नहीं आ पा रहे हैं।
बताते चलें इस अंडरपास को बनाये जाने के लिए छत्तरपुर व भूरारानी समेत आसपास के कई लोग काफी लंबे समय से प्रयासरत हैं। लंबे संघर्ष के बाद रेलवे ने लोगों को राहत देते हुए अंडरपास को मंजूरी दे दी लेकिन रेलवे लाइन के पार बनी पॉश कालोनी के लोगों व बिल्डरों को यह बात पची नहीं और उन्होंने अंडरपास का विरोध करना शुरु कर दिया। उनका कहना है कि अंडरपास बनने से पॉश कालोनी की रोड पर भीड़ बढ़ जायेगी, जिससे अपराधिक गतिविधियां बढ़ जायेंगी। कुछ दूर पर ही नैनीताल दिल्ली हाइवे भी है, जहां भीड़ बढ़ने से हादसे भी बढ़ जायेंगे। वहीं भूरारानी व छत्तरपुर समेत आसपास के लोगों का कहना है कि अंडरपास बनने से दर्जनभर गांव समेत कई कालोनी के लोगों को राहत मिलेगी। अंडरपास बनने से करीब 6 से 8 किलोमीटर की दूरी कम होगी। अस्पताल, सिडकुल, मुख्य बाजार, तहसील, कलेक्ट्रेट परिसर, विकास भवन, एसएसपी दफ्तर, जिला न्यायालय समेत कई सरकारी कार्यालयों की दूरीयां भी कम हो जायेंगी। लोगों क कहना है कि अस्पताल व अन्य किसी सरकारी दफ्तर जाने के लिए उन्हें 50 से 100 रुपये खर्च कर करीब 10 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता था, अंडरपास बनने से महज 2 से 3 किलोमीटर सफर तय कर लोग अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे। जिससे काफी राहत मिल सकेगी। फिलहाल अंडरपास निर्माण को लेकर सुई अधर में लटक गई है। अंडरपास निर्माण को लेकर किसकी जीत किसकी हार होगी, यह देखने वाली बात होगी।
सुविधाजनक व्यवस्थाओं में रह रहे लोगों को ग्रामीणों की सुविधा से परेशानी
सुविधाजनक व्यवस्थाओं के साथ ऊंचे-ऊंचे फ्लैटों में रह रहे लोगों को ग्रामीणों की सुविधा से परेशानी नजर आ रही है। अंडरपास बनने से ग्रामीणों को सुविधा व राहत मिल सकेगी, जिससे पॉश कालोनी में रह रहे लोगों को परेशानी होती दिख रही है। विरोध कर रहे पॉश कालोनी के लोग बेवजह के बहाने बनाकर निर्माण कार्य रुकवाने में जुटे हुए हैं तो वहीं ग्रामीण भी एकस्वर में अंडरपास बनाये जाने की मांग पर अडिग हैं। फिलहार संघर्ष व विरोध के चलते निर्माण कार्य अधर में लटक गया है। जिसका पूरा श्रेय पॉश कालोनी में निवासरत कुछ लोगों को शहर के कुछ जनप्रतिनिधियों को जाता है।
संवाददाता:- रजत कुमार, रुद्रपुर