
ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- सिडकुल के टंकी चौराहा के पास एक 21 वर्षीय युवक का शव अमरूद के पेड़ से लटका मिला। मृतक की पहचान अनुज गंगवार के रूप में हुई है, जोकि जनपद रोड और मूल रूप से बरेली का रहने वाला है, जो 21 जनवरी से लापता था। पुलिस ने 27 जनवरी को गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज किया था, लेकिन 21 दिन बीत जाने के बावजूद युवक का कोई सुराग नहीं मिल पाया।
मृतक अनुज गंगवार सिडकुल की एक कंपनी में काम करता था। परिवार ने उसकी काफी तलाश की, लेकिन जब कोई सफलता नहीं मिली तो 24 जनवरी को पुलिस से शिकायत की गई। हालांकि, पुलिस ने 27 जनवरी को मुकदमा दर्ज किया, लेकिन जांच में तेजी नहीं दिखाई।
भाई ने दोस्तों पर लगाया हत्या का आरोप
मृतक के भाई ने आरोप लगाया कि अनुज की हत्या की गई है। शव का चेहरा जला हुआ था, जिससे संदेह और गहरा गया। भाई का कहना है कि अनुज अपने दो दोस्तों के साथ था और उन्हीं पर शक जताते हुए उसने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनसे सही से पूछताछ नहीं की। यदि पुलिस शुरू से ही सख्ती दिखाती, तो यह मामला पहले ही सुलझ सकता था।
लास्ट लोकेशन से हुआ खुलासा
अनुज की आखिरी लोकेशन टंकी चौराहा पाई गई। जब परिजन खुद वहां पहुंचे, तो उन्होंने अनुज को अमरूद के पेड़ से लटका पाया। इसके बाद तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
परिजनों का मानना है कि 21 जनवरी को ही अनुज के साथ अनहोनी हो गई थी। उनका कहना है कि अगर समय रहते पुलिस ने अपना काम किया होता तो आज ये दिन नहीं देखना पड़ता।
बता दें कि मृतक की बॉडी से बदबू तक आने लगी जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि अनुज की हत्या या मौत बहुत दिन पहले ही चुकी है आरोप है कि उसकी हत्या कर शव को पेड़ से लटकाया गया है। अब बड़ा सवाल ये उठता है कि आखिर क्यों गुमशुदगी के मामले में पुलिस इतनी लापरवाही और ढिलाई क्यों बरती है क्यों शिकायत आने पर एक्शन नहीं लिया जाता अगर समय रहते ऐसे मामलों में एक्शन लिया जाता तो शायद कितने मामले में मृतकों को न्याय मिल पाता। अब देखना होगा कि पुलिस इस मामले में क्या सख्त कार्रवाई करती है।
रिपोर्ट:- साक्षी सक्सेना