Uttarakhand” के हल्द्वानी में हुई बीते महीने हिंसा के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक की मुश्किलें दिन व दिन बढ़ती जा रही है, आपको बता दें की बनभूलपुरा थाना क्षेत्र में हुई हिंसा के आरोपी अब्दुल मलिक को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है. गिरफ्तारी के बाद भी अब्दुल मलिक की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. बनभूलपुरा में हुई हिंसा में सबसे अधिक संपत्ति का नुकसान हल्द्वानी नगर निगम को पहुंचा था. नगर निगम ने 2.68 करोड़ के नुकसान की भरपाई के लिए अब्दुल मलिक को नोटिस जारी कर नुकसान भरपाई के लिए कहा गया था।
अब्दुल मलिक को वसूली का नोटिस
अब्दुल मालिक द्वारा नुकसान की भरपाई का पैसा जमा नहीं होने पर नगर निगम प्रशासन ने राजस्व वसूली के तहत आरसी जारी की थी. ऐसे में अब राजस्व वसूली के तहत तहसील प्रशासन ने हल्द्वानी हिंसा के आरोपी अब्दुल मलिक से 2.44 करोड़ रुपये की वसूली के लिए कार्रवाई शुरू कर दी है. राजस्व वसूली के तहत तहसील प्रशासन ने अब्दुल मलिक के बनभूलपुरा स्थित आवास पर वसूली के लिए नोटिस चस्पा किया. तहसीलदार की ओर से जारी नोटिस के मुताबिक, बनभूलपुरा की हिंसा के दौरान हुए नगर निगम के नुकसान का पैसा एक सप्ताह के भीतर जमा नहीं किया गया, तो संबंधित की चल-अचल संपत्ति की कुर्की की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।
अब्दुल मलिक से होनी है 2.44 करोड़ की वसूली
बीती 8 फरवरी को हल्द्वानी के बनभूलपुरा में मलिक के बगीचे में सरकारी भूमि पर अवैध रूप से बनाए गए मदरसा एवं धार्मिक स्थल को ध्वस्त करने के दौरान क्षेत्र में हिंसा हुई थी. उपद्रवियों द्वारा की गई आगजनी और तोड़फोड़ की घटना के दौरान नगर निगम की संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचा था. इस मामले में तत्कालीन नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय ने नगर निगम की 2.44 करोड़ रुपये की संपत्ति के नुकसान का आकलन कर डीएम कार्यालय को वसूली के लिए आरसी जारी करने के लिए अनुरोध पत्र लिखा था।
तहसीलदार हल्द्वानी सचिन कुमार ने बताया कि राजस्व वसूली के तहत अब्दुल मलिक से राजस्व की वसूली होनी है. नोटिस चस्पा कर पैसा जमा करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है. पैसा जमा नहीं होने की स्थिति में चल-अचल संपत्ति की नीलामी की कार्रवाई कर राजस्व वसूली की कार्रवाई की जाएगी. गौरतलब है की 8 फरवरी को बनभूलपुरा थाना क्षेत्र में हुई हिंसा में करीब 8 करोड़ के आसपास सरकारी और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचा था. हिंसा में पांच लोगों की मौत भी हुई है. इसके अलावा 300 से अधिक लोग घायल हुए थे. हल्द्वानी हिंसा की घटना पूरे देश में चर्चा का विषय बनी रही. फिलहाल पुलिस हिंसा के सभी मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है, जबकि हिंसा फैलाने वाले आरोपियों की अभी भी तलाश जारी है।