Breaking News

“रामलला का अलौकिक तिलक” जानिए कितने चरण में और कैसे हुआ भगवान रामलला का “सूर्यतिलक”….

Share

ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- आज पूरा देश उस समय मंत्रमुग्ध हो गया जब अयोध्या में रामनवमी पर दोपहर 12 बजे से रामलला का सूर्य तिलक हुआ। प्राण प्रतिष्ठा के बाद रामलला का यह पहला सूर्य तिलक है। दोपहर 12 बजे अभिजीत मुहूर्त में रामलला का सूर्य तिलक किया गया और मस्तक पर 3 मिनट तक नीली किरणें पड़ीं…

अयोध्या में अलौकिक ,अनोखा सूर्यदेव और प्रभु राम का मिलन दिखा… भारी संख्या में भक्त इस समय मंदिर में एकत्रित हुए बता दें की लगातार मंगलगीत, भजन, कीर्तन और जयघोष होते रहे।

ऐसे हुआ रामलला का सूर्य तिलक..

पहला चरण- सबसे पहले मंदिर के पहले हिस्से पर लगे दर्पण पर सूर्य की रोशनी गिरी फिर यहां से रोशनी परावर्तित होकर पीतल के पाइप में रोशनी प्रवेश हुई।

  • दूसरा चरण- फिर दूसरे चरण में पीतल की पाइप में लगे दूसरे दर्पण से सीधे रोशनी टकराकर 90 डिग्री में बदल गई।
  • तीसरा चरण- फिर लंबवत पीतल के पाइप में सूर्य किरणें तीन अलग-अलग लेंस से आगे बढ़ी।
  • चौथा चरण- सूर्य तिलक के चौथे चरण में किरणें तीन लेंस से गुजरने के बाद गर्भगृह के सीध में लगे दर्पण से टकराई।
  • पांचवां चरण- यहां से किरणें एक बार फिर 90 डिग्री के कोण में मुड़कर सीधी यानी क्षैतिज रेखा में आ गई।
  • आखिरी चरण- आखिरी चरण में किरणें सीधे रामलाल के मस्तक पर टकराकर सूर्य तिलक किया।

रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना 


Share