ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- आंध्र प्रदेश के एक प्रोफेसर पर उत्तराखंड की एक युवती ने दुष्कर्म और मारपीट का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया है. राज्य महिला आयोग के निर्देश पर देहरादून में मुकदमा दर्ज करते हुए केस दिल्ली ट्रांसफर किया गया है. जिसके बाद दिल्ली पुलिस मामले की जांच करेगी।
आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में तैनात प्रोफेसर पर देहरादून की युवती ने दुष्कर्म और मारपीट करने का आरोप लगाया है. युवती ने उत्तराखंड राज्य महिला आयोग में प्रोफेसर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. आयोग के निर्देश पर थाना वसंत विहार में आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ जीरो एफआईआर दर्ज कर एफआईआर को दिल्ली ट्रांसफर किया गया है।
देहरादून की थाना वसंत विहार पुलिस के मुताबिक, युवती ने शिकायत दर्ज कराई कि साल 2022 में वह जेएनयू से पीएचडी कर रही थीं. पढ़ाई के लिए वे विवि के हॉस्टल में रहती थी. जहां उसकी मुलाकात पीएचडी कर रहे युवक निवासी आंध्र प्रदेश से हुई. पीएचडी के साथ दोनों दिल्ली में निजी क्षेत्र में नौकरी भी करने लगे थे. युवती कुछ पारिवारिक और निजी कारणों से परेशान चल रही थी. ऐसे में युवक ने उसे झांसे में लेकर दोस्ती की और जीवन भर सहयोग करने की बात कही. युवती ने अपनी शिकायत में बताया कि, अक्टूबर 2022 में युवक युवती को अपने हॉस्टल के कमरे में ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया. इसके बाद युवक लगातार युवती के साथ दुष्कर्म करता रहा।
इस दौरान युवती को पता चला कि युवक ने एक अन्य हिंदू युवती को भी जाल में फंसाया और उसके साथ भी संबंध बनाए हैं. जब युवती ने युवक से इस बारे में बात की तो युवक ने उसे शादी का झांसा दिया. कुछ दिन बाद युवक ने युवती से दूरी बनानी शुरू कर दी. जिस कारण युवती डिप्रेशन में चली गई. जनवरी 2023 में युवक ने हॉस्टल का कमरा छोड़ दिया और अपने दोस्त के साथ दूसरे हॉस्टल में रहने लगा।
युवती द्वारा शादी का दबाव बनाने पर युवक उससे गाली गलौज, मारपीट और जान से मारने की धमकी दी. लेकिन इतना सब कुछ होने के बाद भी युवती युवक पर शादी का दबाव बनाती रही. मार्च 2023 में युवती की नौकरी देहरादून में लग गई. जबकि युवक आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में एक विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के पद पर नियुक्त हुआ. इस दौरान युवती युवक से मिलने आंध्र प्रदेश भी गई, लेकिन वहां भी युवक ने युवती के साथ मारपीट की, थाना वसंत विहार प्रभारी महावीर उनियाल ने बताया कि युवती द्वारा उत्तराखंड राज्य महिला आयोग में शिकायत की गई. जिसके बाद आयोग के निर्देश पर आरोपी के खिलाफ जीरो एफआईआर पर मुकदमा दर्ज कर एफआईआर को दिल्ली ट्रांसफर कर दिया गया है।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना