ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- एक और जहां महिलाओं से दुष्कर्म और अपराध के मामले थमने नहीं रहे तो वहीं रोजाना दिल दहला देने वाले मामले देखने को मिल रहे हैं बता दें की रेप का सनसनीखेज मामला उत्तर प्रदेश से सामने आया है, जहां चलती कार में छात्रा के हाथ पांव बांधकर रेप किया और फिर उसे अर्धनग्न अवस्था में सड़क पर फेंक दिया। सीनियर छात्र पर ही घिनौनी हरकत का आरोप लगा है. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
बता दें की आगरा के सिकंदरा इलाके में शनिवार की शाम को एक इंजीनियरिंग छात्रा का अपहरण कर लिया गया. इसके बाद चलती कार में हाथ-पैर बांधकर उसके साथ रेप किया गया. फिर अर्द्धनग्न हालत में उसे सड़क पर फेंक दिया. छात्रा के जानने वाले सीनियर छात्र ने ही यह घिनौनी हरकत की. घटना के बाद से छात्रा सदमे में है. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है. पीड़िता का मेडिकल भी करा लिया है.
लखनऊ की रहने वाली छात्रा की ओर से पुलिस को दी गई तहरीर के मुताबिक वह डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में इंजीनियरिंग अंतिम वर्ष की छात्रा है. शनिवार की शाम को वह कारगिल चौराहे के पास खड़ी थी. इस दौरान उसका सीनियर छात्र शिवांश कार लेकर पहुंचा. उसने कार में बैठने के लिए बोला. मना करने पर उसने जबरन हाथ पकड़कर खींच लिया. उसने हाथ-पैर बांध दिए. इसके बाद रेप किया, कार की खिड़कियों पर पर्दे लगे थे. चीखने पर वह कार के म्यूजिक सिस्टम को तेज कर देता था. शिवांश ने रेप के बाद अर्धनग्न अवस्था में उसे सड़क पर फेंक दिया. इसके बाद फरार हो गया. घटना के बाद पीड़िता सदमे में आ गई. जैसे-तैसे वह अपने कमरे पर पहुंची. घटना के अगले दिन रविवार को पीड़िता ने सिकंदरा थाने में पहुंचकर तहरीर दी. पुलिस ने आरोपी पर मुकदमा दर्ज कर लिया. सिकंदरा थाना प्रभारी निरीक्षक नीरज शर्मा ने बताया कि पुलिस घटना की जांच कर रही है. जल्द ही आरोपी को पकड़ लिया जाएगा।
पीड़िता ने तहरीर में लिखा है कि घटना के बाद से अब वह शादी के लायक नहीं रही. वह अपने माता-पिता पर बोझ नहीं बनना चाहती है. आरोपी को सख्त सजा मिले. जिस तरह उसने मेरी जिंदगी को तबाह कर दिया, उसी तरह उसकी भी लाइफ खराब हो जाए. उसे मैं खुद सजा दिलवाऊंगी।
पीड़िता ने आरोप लगाया कि शिवांश शर्मा उससे एक साल का सीनियर है. वह भी यूनिवर्सिटी में ही पढ़ता था. अब उसकी पढ़ाई पूरी हो चुकी है. वह कई लड़कियों को झांसा देकर उनके साथ संबंध बना चुका है. उससे भी दोस्ती करना चाहता था, उसके ऑफर को उसने ठुकरा दिया था. इसके बाद विभाग के अध्यक्ष से शिवांश ने उसकी झूठी शिकायत कर दी. इसके बाद उसकी मार्कशीट रोक दी गई।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना