

हैरान कर देने वाला मामला: जूता चुराई की रस्म में कम पैसे देने पर बारात में हुआ हंगामा, पुलिस ने कराया समझौता।
बिजनौर, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले से एक अजीबोगरीब और हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक दूल्हे द्वारा जूता चुराई की रस्म में अपनी साली को कम पैसे देना इतना भारी पड़ गया कि शादी समारोह में जमकर बवाल हो गया। मामला इतना बढ़ा कि पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, उत्तराखंड के देहरादून के चकरौता निवासी निसार अहमद के पुत्र मोहम्मद शाबिर की शादी बिजनौर के गांव गढ़मलपुर निवासी खुर्शीद की बेटी से तय हुई थी। शनिवार को बारात देहरादून से बिजनौर पहुंची और शादी की रस्में शुरू हुईं। इन्हीं रस्मों के बीच जूता चुराई की परंपरागत रस्म भी हुई, जिसमें दुल्हन की बहन ने दूल्हे के जूते चुरा लिए।
रिवाज के अनुसार, साली ने दूल्हे से 50,000 रुपये की मांग की। लेकिन दूल्हे ने केवल 5000 रुपये ही देने की पेशकश की। यह बात दुल्हन पक्ष को नागवार गुज़री और महिलाओं ने दूल्हे को “भिखारी” तक कह डाला। इसके बाद दोनों पक्षों में बहस छिड़ गई, जो देखते ही देखते झगड़े में तब्दील हो गई। आरोप है कि दुल्हन के घरवालों ने बारातियों को कमरे में बंद कर पीटा और बाहरी लड़कों को भी बुलाया गया।
दूसरी ओर, दुल्हन पक्ष ने आरोप लगाया कि दहेज में दी गई सोने की चीजों पर दूल्हे के परिवार ने तंज कसा। जब जवाब में दुल्हन के भाई ने कहा कि “आपको हमारी बहन से प्यार है या सोने से?” तो जवाब मिला, “हमें पैसे से प्यार है।” इसी बात ने विवाद को और भड़का दिया।
मामले की सूचना किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा यूपी डायल 100 पर दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को शांत कराया। बाद में दोनों पक्षों को थाना नजीबाबाद ले जाया गया, जहां पुलिस ने पूरा मामला समझा और बातचीत कराई।
फिलहाल दोनों पक्षों में आपसी समझौता हो चुका है और शादी की प्रक्रिया आगे बढ़ चुकी है, पुलिस का बयान: पुलिस के अनुसार, विवाद केवल जूता चुराई की रस्म को लेकर हुआ था। कोई गंभीर चोट नहीं आई और दोनों पक्षों की सहमति से मामला सुलझा लिया गया है।
दूल्हे और दुल्हन पक्ष की राय:
दूल्हा मोहम्मद शाबिर: “मैंने 5000 रुपये दिए, लेकिन मेरे परिवार को कमरे में बंद करके पीटा गया। बाहर से लड़कों को बुलाया गया।”
दुल्हन का भाई: “हमारी बहन का निकाह हो गया था, लेकिन जब दूल्हे पक्ष ने सोने को लेकर तंज कसे, तो हम आहत हो गए। इसी वजह से हम बहन को भेजने के लिए तैयार नहीं थे।”
इस अनोखी घटना ने एक पारंपरिक शादी की रस्म को झगड़े में तब्दील कर दिया, लेकिन अंतत: समझदारी और पुलिस की介入 से मामला सुलझ गया।