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“मैं नहीं चूहे हैं आरोपी” पुलिस हेड कांस्टेबल का काला कारनामा: रिश्वत के नोट बदलने पर चूहों को जिम्मेदार ठहराया”

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ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां यूपी पुलिस के हेड कांस्टेबल पर आरोप लगा है कि उसने रिश्वत में पकड़े गए नोटों के स्थान पर अदालत में अन्य नोट पेश कर दिए। इस मामले की जांच करने पर उसने चूहों पर नोट कुतरने का आरोप लगाया, लेकिन पुलिस की जांच में उसकी सारी चालाकी बेनकाब हो गई।

मामला क्या था?

बरेली जिले के नवाबगंज थाना क्षेत्र में तैनात हेड कांस्टेबल उदयवीर सिंह पर आरोप है कि 12 फरवरी 2021 को उत्तर प्रदेश पुलिस के भ्रष्टाचार निवारण संगठन ने नवाबगंज तहसील के एक लेखपाल को ₹10,000 की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया था। टीम ने आरोपी के पास से ₹500 के 20 नोटों के साथ ₹8,361 और कुछ पहचान पत्र (आधार कार्ड, पैन कार्ड) भी जब्त किए थे।

रिश्वत के नोटों में गड़बड़ी

रिश्वत की रकम और सामान हेड कांस्टेबल उदयवीर सिंह को सौंपे गए थे। हालांकि, बाद में अदालत के आदेश पर उसे लौटा दिया गया, जबकि रिश्वत के नोट नवाबगंज थाने में जमा कर दिए गए। मुकदमे के दौरान, हेड कांस्टेबल ने अदालत में असली रिश्वत वाले नोट पेश नहीं किए। जब इसका कारण पूछा गया, तो उसने चूहों पर नोट कुतरने का आरोप लगा दिया और ₹500 के अन्य 20 नोट जमा कर दिए।

जांच और कार्रवाई

अपर पुलिस अधीक्षक (ASP) मुकेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि पुलिस अधीक्षक (शहर) मानुष पारिख ने इस मामले की जांच की, और पाया कि हेड कांस्टेबल ने जानबूझकर आरोपियों को फायदा पहुंचाने के लिए यह आपराधिक कृत्य किया। इसके बाद, हेड कांस्टेबल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई।

विभाग में हड़कंप

मामला सामने आने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। हेड कांस्टेबल की चालाकी और भ्रष्टाचार की कोशिश को उजागर करने के बाद अब पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है।

यह घटना यूपी पुलिस के एक हेड कांस्टेबल के भ्रष्टाचार की मिसाल बन गई है, जिसने कानून की मदद से अपनी चालाकी को छिपाने की कोशिश की।

रिपोर्ट:- साक्षी सक्सेना 


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