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“नामी बिल्डर सुसाइड मामला” आरोपी गुप्ता बंधुओं पर उत्तर प्रदेश में हैं दर्ज 6 मुकदमे, मृतक सतेंद्र साहनी पर भी गलत तरीके से बनाया था दबाव…

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ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- राजधानी देहरादून में नामी बिल्डर सतेंद्र साहनी आत्महत्या मामले में आरोपी गुप्ता बंधुओं को लेकर नए नए खुलासे हो रहे हैं एक और बड़ा खुलासा हुआ है, बता दें की गुप्ता बंधुओं को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है. गुप्ता बंधुओं के खिलाफ सहारनपुर पहले से 6 मुकदमे दर्ज हैं. बताया जा रहा है कि बिल्डर सतेंद्र साहनी पर दबाव बनाए के लिए भी गुप्ता बंधुओं ने गलत तरीके से पुलिस को शिकायत दी थी. जिससे सतेंद्र साहनी दवाब में आ गये थे।

बिल्डर सतेंद्र साहनी सुसाइड केस में अब दून पुलिस गुप्ता बंधुओ पर लगातार शिकंजा कसती जा रही है. मामले की जांच में जानकारी मिली है कि गुप्ता बंधुओं के खिलाफ सहारनपुर में आधा दर्जन जालसाजी और अन्य अपराधों के मुकदमे दर्ज हैं. गुप्ता बंधुओ ने बिल्डर सत्येंद्र साहनी पर दबाव बनाने के लिए सहारनपुर पुलिस को गलत तारीख अंकित करके प्रार्थना पत्र दिया था।

24 मई को थाना राजपुर में पंजीकृत मुकदमा अपराध संख्या 119 / 24 धारा 306,385,420 की विवेचना में जब राजपुर पुलिस ने अजय गुप्ता और अनिल गुप्ता के पहले आपराधिक इतिहास के बारे में सहारनपुर से जानकारी प्राप्त की गई तो पता चला कि दोनों व्यक्तियों के खिलाफ जनपद सहारनपुर उत्तर प्रदेश में 6 मुकदमे पंजीकृत हैं. विवेचना के दौरान अजय गुप्ता और अनिल गुप्ता द्वारा पुलिस को यह बताया गया कि उनके द्वारा 9 मई को सहारनपुर पुलिस को एक शिकायती प्रार्थना पत्र सतेंद्र साहनी के खिलाफ दिया गया था, लेकिन राजपुर पुलिस ने जब प्रार्थना पत्र के बारे में जांच की गई तो पता चला कि प्रार्थना पत्र 9 मई के बजाय 20 मई को सहारनपुर पुलिस को दिया गया था.प्रार्थना पत्र के बारे में गुप्ता बंधुओं ने जानबूझकर सत्येंद्र साहनी को बताया था. जिससे वह काफी परेशान हो गए थे।

एसएसपी अजय सिंह ने बताया दून पुलिस ने मुकदमे की विवेचना के दौरान गुप्ता बंधुओं द्वारा अपने पक्ष में बयानों के दौरान सहारनपुर पुलिस को दिए प्रार्थना पत्र की सच्चाई का पर्दाफाश किया है. सत्येंद्र साहनी ने देहरादून पुलिस को गुप्ता बंधुओं के खिलाफ 16 मई को प्रार्थना पत्र दिया था. गुप्ता बंधुओ ने सतेंद्र साहनी पर दबाव बनाने के लिए 20 मई को सहारनपुर पुलिस को प्रार्थना पत्र दिया. जिसमें गलत तरीके से 9 मई की डेट अंकित कराई गई. जिससे सत्येंद्र साहनी पर दबाव बना।

रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना 


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