Breaking News

*”फिर गरमाया मुख्यमंत्री राहत कोष चेक प्रकरण” चेक वापस करने तहसील पहुंचे भगवान दास, जानें पूरा मामला।

Share

ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- उधमसिंहनगर जिला मुख्यालय रुद्रपुर का सबसे चर्चित मुख्यमंत्री राहत कोष चेक प्रकरण एक बार फिर गरमा गया है, बता दें की आज तहसील कार्यालय में भगवान दास चेक वापस करने पहुंचे।

रुद्रपुर में बीते दिनों एक मामला बहुत ज्यादा सुर्ख़ियों में था मामला था मुख्यमंत्री राहत कोष मामला, जिसमे रुद्रपूर शहर के रहने वाले भगवान् दास ने बताया था की शहर के ही रहने वाले जावेद ने मुख्यमंत्री राहत कोष मामला चेक देने के बदले रिश्वत मांगी थी जबकि चेक खुद ५ हजार का था और रिश्वत ३ हजार की थी जिसे खबर पड़ताल ने प्रमुखता से उठाया था। जिसमे भगवानदास को राहत चेक मिल गया था अब ये मामला फिर से सुर्ख़ियों में आ गया है और फिर गरमा गया है, भगवान् दास ने आज तहसील ऑफिस  चेक वापस करने पहुंचे।

कहीं न कहीं ये चेक भगवान् दास के लिए जी का जंजाल बन गया है पहले कई आरोप लगे और फिर उनके फ़ोन को लेकर भी कई सवाल खड़े किये गए । भगवान दास ने कहा की ५ हजार से उनका गुजरा नहीं हो पाएगा सरकार को उनकी ज्यादा मदद करनी चाहिए यह तो ऐसे है जैसे ऊंट के मुंह में जीरा। और साथ ही जिन लोगों ने उनकी मदद की थी उन्हें अंदर डाल दिया गया । और साथ ही जिन लोगों ने उनकी मदद की थी उन्हें अंदर डाल दिया गया । साथ ही उन्होंने कहा की जिस तरह से मेरी मजाक बनाई गई मेरे कपड़ों को लेकर बोलै गया उससे मैं बहुत आहात हुआ, इसी को लेकर उनके घर वालों ने चेक लेने से मना कर दिया कहा की इतनी मदद मेरे लिए काफी नहीं है, सरकार मदद देना ही चाहती है तो इससे से ज्यादा की मदद करे।

वहीं जिसकी भनक लगते ही पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल ने लाभार्थी को रोका और दोबारा फाइल बनाने का आश्वासन देकर मनाया। साथ ही स्थानीय नेताओं पर पैरवी नहीं करने का आरोप लगाया,जबकि सीएम को वास्तविकता की जानकारी नहीं दी।

सोमवार को लाभार्थी भगवान दास अपनी तीनों बेटियों के साथ तहसील कार्यालय पहुंचे और पांच हजार का चेक वापस करने की कोशिश की। जिसकी भनक लगते ही पूर्व विधायक ठुकराल मौके पर पहुंचे और लाभार्थी को समझा बुझाकर चेक वापस नहीं करने पर मनाया। पूर्व विधायक ठुकराल ने कहा कि गरीबी का उपहास उडाने के कारण लाभार्थी चेक वापस करने आया था ,जबकि पुलिस ने सत्ताधारियों को खुश करने के लिए प्रकरण को उठाने वाले सुरजीत शर्मा को सूत्रधार बताकर जेल भेज दिया, जबकि जावेद नाम का आरोपी ही प्रकरण का सूत्रधार है। कहा कि स्थानीय विधायक की कमी है। जिसने सीएम दरबार तक पै रवी नहीं है,जबकि सत्यता है कि लाभार्थी ने सड़क हादसे में घायल होने के बाद कर्जा व मकान बेचकर लाखों रूपये लगाया और जब सीएम से राहत मांगा। तो सीएम को सही जानकारी नहीं दी, लेकिन पांच हजार का चेक देकर उपहास उडाया गया। अब प्रकरण में किसी भी प्रकार की राजनीति नहीं हो। वह खुद अब पीड़ित की राहत कोष की फाइल बनाकर सीएम से वार्ता करेंगे और बेहतर मुआवजा दिलाने का प्रयास करेंगे।

 


Share