ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- “उत्तराखंड” एसटीएफ ने साइबर ठगी कर लोगों के अकाउंट खाली करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है, आपको भी अब सावधान रहने की और भी ज्यादा जरूरत हैं, अगर आपके पास किसी अनजान नंबर से म्यूचुअल फंड में निवेश करके मोटा लाभ कमाने का लालच देने वाला फोन आए तो सतर्क हो जाइएगा. इस फोन करने वाले के झांसे में आकर आप अपनी गाढ़ी कमाई गंवा सकते हैं. ऐसा ही देहरादून के एक शख्स और उसकी गर्ल फ्रैंड के साथ हुआ. इन लोगों को दुबई के कॉल सेंटर वाले साइबर ठगों ने 94 लाख रुपए का चूना लगा दिया. इस साइबर अपराध गैंग के एक और सदस्य अमजद खान को मुंबई से अरेस्ट किया गया है..”
एसटीएफ की टीम ने करोड़ों का म्यूचुअल फंड के नाम पर स्कैम करने वाले एक आरोपी को महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया है. आरोपियों द्वारा वेबसाइट के माध्यम से म्यूचुअल फंड में धनराशि लगाकर लाभ कमाने का लालच देकर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी आम जनता से की गई थी. पहले भी इस मुकदमे के मुख्य सरगना को बेंगलुरु (कर्नाटक) से और गिरोह के अन्य दो सदस्यों को केरल और महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया जा चुका है।
ऐसे ठगी करता है दुबई कॉल सेंटर वाला साइबर गैंग
गढ़ी कैंट देहरादून निवासी एक व्यक्ति और उसकी महिला मित्र ने साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके व्हाट्सएप नम्बरों पर एक व्यक्ति और एक महिला ने संपर्क किया था. महिला ने खुद को मलेशिया से मिस लीसा नाम बताते हुये https://in create wealth2.com वेबसाइट पर म्यूचुअल फंड में धनराशि लगाकर अच्छा लाभ कमाने का लालच दिया गया, पीड़ित से पहले 10 हजार रुपये की धनराशि से पेटीएम के माध्यम से पैसे ट्रांसफर करके शुरुआत करायी गयी. उचित रिटर्न देकर भरोसा जीता गया. पीड़ित को जब अच्छे लाभ का विश्वास हो गया तो उसके बाद महिला ने लाखों में इन्वेस्टमेंट कराना शुरू कराया. अलग-अलग तारीखों में पीड़ित ने 94 लाख की धनराशि ट्रांसफर कर दी. उसके बाद ट्रेडिंग के दौरान साइबर ठगों से पीड़ित को करीब 01 करोड़ 79 लाख रुपये का और भुगतान करने का मैसेज मिला. ऐसा ही मैसेज पीड़ित की महिला मित्र के पास आया. लेकिन उनकी निकासी (Withdrawals) बन्द कर देने पर पर संदेह हुआ. इस तर धोखाधड़ी का पता चला. पीड़ित की तहरीर के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। जिसके बाद एसटीएफ की टीम ने मुकदमे के मुख्य आरोपी मोहम्मद शरीफ को कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु से गिरफ्तार किया था. उससे पूछताछ में दुबई में काम कर रहे पाकिस्तानी एजेंटों के बारे में डिटेल मिली. यह साइबर अपराधी बेंगलुरु पुलिस के चंगुल से 7 साल से फरार था. साथ ही 100 से अधिक मामलों में वांछित था. अन्य सह आरोपी वैश्यक उन्निकृष्णन की केरल से गिरफ्तारी करने के बाद राष्ट्रीय स्तर पर दुबई कॉल सेंटर का खुलासा किया गया. इसके साथ ही यूसुफ मिर्जा को महाराष्ट्र से पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
अपराध का तरीका
आरोपियों द्वारा पीड़ित के मोबाइल नम्बर पर मलेशिया से व्हाट्सएप पर एक मैसेज कर अच्छा रिटर्न प्राप्त करने के लिए https://in create wealth2.com पर म्यूचुअल फंड में निवेश करने की सलाह देते थे. आरोपियों ने पीड़ित को लुभाने के लिए भारतीय बैंकों का इस्तेमाल किया. जिसके बाद धीरे-धीरे जब पीड़ित को उचित रिटर्न मिलना शुरू हुआ तो उनके द्वारा भारतीय बैंकों में पैसा लगाकर अपनी राशि बढ़ाकर लगभग 30 लाख रुपये कर दी. इसी तरह आरोपियों ने पीड़ित के साथ भारतीय बैंकों के माध्यम से लगभग 94 लाख रुपयों की धोखाधड़ी की. धोखाधडी से प्राप्त धनराशि को अलग-अलग बैंक खातों में प्राप्त कर धनराशि का प्रयोग करते हैं. साथ ही आरोपी इस कार्य के लिए फर्जी सिम आईडी कार्ड का प्रयोग करते हैं। एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि एसटीएफ की टीम द्वारा लगातार मामले की जांच के बाद मुकदमे में समाने आए एक अन्य सह आरोपी अमजद खान निवासी बडाला ईस्ट मुम्बई को महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया गया है. आरोपी के खिलाफ देश के अलग-अलग राज्यों में साइबर अपराध सम्बन्धी दर्जनों शिकायतें दर्ज हैं।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना