ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- बड़ी खबर राजधानी देहरादून से सामने आ रही है जहां देहरादून में दिन दहाड़े हुई परिवार वालों को बंधक बनाकर लूटकांड मामले में पुलिस और लूटेरों के बीच बीती रात मुठभेड़ हो गई, बता दें की बसंत विहार पर्ल हाइट्स सोसाइटी लूटकांड के बदमाशों के साथ देर रात पुलिस की मुठभेड़ हुई. मुठभेड़ के दौरान बदमाशों की गोली लगने से एक सब इंस्पेक्टर घायल हो गया. जवाबी फायरिंग में फुरकान नाम का लुटेरा भी घायल हो गया. फुरकान का साथी लुटेरा वसीम फरार हो गया. थोड़ी देर बाद पुलिस ने उसे आशारोड़ी के जंगल से गिरफ्तार कर लिया।
बसंत विहार लूट की घटना के संदिग्धों के साथ देहरादून पुलिस की मुठभेड़ हुई है. पुलिस उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से संदिग्ध बदमाशों का पीछा करते हुए आ रही थी. आशारोड़ी के जंगल में बिहारीगढ़ पुलिस के साथ मिलकर पुलिस की बदमाशों के साथ मुठभेड़ हो गई. इस मुठभेड़ में एक बदमाश घायल हुआ है. जबकि दूसरा बदमाश फरार होने में कामयाब हो गया।
बदमाशों के साथ मुठभेड़ में उत्तराखंड पुलिस का एक एसआई भी घायल हुआ है. बदमाशों के साथ मुठभेड़ की जानकारी मिलते ही एसएसपी भी मौके पर पहुंच गए. बदमाश और एसआई दोनों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. दूसरे बदमाश की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार कॉम्बिंग कर रही थी. पुलिस ने दूसरे बदमाश को जंगल से ही अरेस्ट कर लिया. दोनों बदमाशों के कब्जे से अवैध हथियार मिले हैं. इनमें एक पिस्टल कंट्री मेड और एक 315 बोर का देसी तमंचा बरामद हुआ, बता दें कि 13 अप्रैल के दिन में थाना बसंत विहार क्षेत्र के अंर्तगत अनुराग चौक के पास तीन बदमाशों ने पर्ल हाइट सोसाइटी में फलों के कारोबारी विकास त्यागी के फ्लैट में लूट की घटना को अंजाम दिया था. विकास त्यागी के फ्लैट में घुसकर बदमाशों ने उन्हें हथियारों के बल पर डरा धमकाकर साढ़े सात लाख रुपए और 20 तोले सोने की लूट की थी. दिन दहाड़े हुई लूट की इस वारदात से राजधानी देहरादून में हड़कंप मच गया था. दरअसल 14 अप्रैल को देहरादून में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभा होनी थी. इसलिए देहरादून को हाई सिक्योरिटी जोन बनाया गया था. उससे पहले हुई इस दुस्साहसिक लूट की घटना ने पुलिस विभाग को हिला दिया था।
देहरादून में लूट की घटना के बाद पुलिस विभाग में मचे हड़कंप के बीच एसएसपी ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीमें बनाने के निर्देश दिए थे. पुलिस टीमें लुटेरों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही थीं. पुलिस टीम ने 14 अप्रैल को लूट के एक आरोपी ओमवीर को अरेस्ट किया था. आरोपी लुटेरे ने पूछताछ में बताया था कि उसने घटनास्थल की रेकी की थी. ओमवीर ने ही बदमाशों को घटनास्थल तक पहुंचाया भी था, ओमवीर से मिले इस महत्वपूर्ण इनपुट के बाद पुलिस मुख्य तीन बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही थी. इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली कि दो बदमाश बिहारीगढ़ के आसपास हैं. इस पर दून पुलिस ने बिहारीगढ़ पुलिस के साथ बिहारीगढ़ सहारनपुर क्षेत्र से संदिग्धों का पीछा करते हुए आशारोड़ी पर चेकिंग बढ़ा दी. बदमाशों ने आशारोड़ी चेकपोस्ट पर चेकिंग के दौरान पुलिस पर फायरिंग कर दी. बदमाशों की गोली से उपनिरीक्षक सुनील नेगी घायल हो गए, इस पर पुलिस द्वारा जवाबी फायरिंग की गई. पुलिस की फायरिंग में एक बदमाश फुरकान निवासी जिला मुजफ्फरनगर को भी गोली लगी. फुरकान मौके पर ही पकड़ लिया गया. दूसरा बदमाश फरार हो गया. एसएसपी अजय सिंह भी घटनास्थल पर पहुंच गए. एसआई और बदमाश को इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया गया. इसके बाद पुलिस ने फरार बदमाश को पकड़ने के लिए कॉम्बिंग की. थोड़ी देर बाद जंगल से दूसरे बदमाश वसीम को भी गिरफ्तार कर लिया गया. वसीम उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले का रहने वाला है. दोनों लुटेरों के कब्जे से एक कंट्री मेड पिस्टल और एक 315 बोर का देसी तमंचा बरामद किया है, एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि 13 अप्रैल को हुई थाना बसंत विहार क्षेत्र में लूट की घटना में शामिल तीन बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगातार दबिश दे रही थी. आशारोड़ी के जंगल में पुलिस टीम की हुई बदमाशों के साथ मुठभेड़ में एक उपनिरीक्षक घायल हुआ है. पुलिस द्वारा की गई जवाबी फायरिंग में एक बदमाश घायल हो गया. दूसरा बदमाश फरार हो गया था. पुलिस ने जंगल में कॉम्बिंग कर दूसरे बदमाश को भी गिरफ्तार कर लिया. घायल उपनिरीक्षक और बदमाश को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. दूसरे बदमाश को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. साथ ही दोनों बदमाशों से पूछताछ कर लूट की घटना में शामिल तीसरे लुटेरे की तलाश की जा रही है।