ख़बर पड़ताल:- उत्तराखंड में तेलंगाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है बता दें की फार्मा फैक्ट्री में नकली दवा बनाने वाले संचालक और स्पालयर को तेलंगाना पुलिस व ड्रग कंट्रोलर विभाग की टीम ने गिरफ्तार किया है. फैक्टी में लाखों रुपए की पशुओं की नकली दवा भी बरामद की गई है. इस फैक्टी में धड़ल्ले से नकली दवाइयां बनाई जा रही थी….नकली दवाओं को बनाने और बेचने के मामले में कोटद्वार की सिगड्डी सिडकुल इंडस्ट्रियल एरिया की एक फैक्टरी से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्हें तेलंगाना की ड्रग्स टीम कोटद्वार थाने में लाई गई है। इसके बाद इनको ट्रांजिट रिमांड पर तेलंगाना ले जाने की तैयारी है। वहीं, फैक्टरी से तेलंगाना की ड्रग्स विभाग की टीम ने नकली दवाई का जखीरा भी बरामद किया है।
तेलंगाना की टीम ने बताया कि उनके खिलाफ हैदराबाद के एक थाने में आईपीसी की धारा 274, 275, 420 ड्रग कंट्रोल एक्ट 17b 17 सी आर डब्ल्यू 27 सी में मुकदमा दर्ज है। गिरफ्तार दो लोगों में एक फैक्ट्री मालिक विशद चौहान निवासी बिजनौर और दूसरा सचिन कुमार रुड़की से है।
नकली दवाओं के बनने की बात स्वीकारी
यह वही फैक्टरी बताई जा रही है, जिसमें कोरोनाकाल के दौरान अप्रैल 2021 में दिल्ली में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बनने व बेचने का नाम सामने आया था। तब दिल्ली की क्राइम ब्रांच ने यहां छापा मारा था, हालांकि तब यहां कुछ भी बरामद नहीं हुआ। बीते वर्ष सितंबर माह में गाजियाबाद में भी कोटद्वार से नकली दवाइयों की खरीद फरोख्त की बात सामने आई थी। तब वहां की पुलिस ने चार सप्लायरों को गिरफ्तार कर उनके पास से भारी मात्रा में नकली दवा बरामद की थी। पूछताछ में आरोपियों ने कोटद्वार में ही नकली दवाओं के बनने की बात स्वीकारी थी।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना