ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- देश में भीषण गर्मी से हाहाकार मचा हुआ है, लोगों की मौत हो रही है, सूरज सिर पर चढ़ कर शरीर के तापमान को बढ़ा रहा है, वहीं इसी बीच दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली में पड़ भीषण गर्मी को देखते हुए लेबर एवं श्रमिकों को दोपहर 12 से 3 बजे तक छुट्टी देने आदेश दिया है। इसके साथ ही Construction sites पर श्रमिकों के लिये पर्याप्त मात्रा में पानी, नारियल पानी उपलब्ध कराने के निर्देश दिया है…
अब सवाल ये उठता है की दिल्ली के एलजी की तरह बाकी राज्यों की सरकार इस तरह के कदम कब उठाएगी, अगर राजस्थान,उत्तर प्रदेश की करें तो यहां भी भीषण गर्मी से हाहाकार मचा हुआ है, इसके अलावा उत्तराखंड सरकार अपने राज्य में इस तरह के कदम कब उठाएगी, जो आम जन के हित के लिए बड़े बड़े दावे और वादे करती है??
दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना ने बड़ा फैसला लिया है. LG ने निर्देश दिया है कि इस भीषण गर्मी में मजदूरों को 12 बजे से लेकर 3 बजे तक काम से छुट्टी मिलेगी. साथ ही मजदूरों को मिलने वाली इस राहत के बदले कोई भी उनकी सैलरी नहीं काट सकेगा।
दिल्ली के LG वी के सक्सेना के निर्देश के मुताबिक श्रमिकों के लिये दोपहर 12-3 बजे तक सवेतन छुट्टी रखना होगा. निर्माण स्थल पर श्रमिकों के लिये पर्याप्त मात्रा में पानी और नारियल पानी उप्लब्ध कराने के निर्देश भी दिए गए हैं. इसके साथ ही बस स्टैंड पर घड़ों में पानी रखने के लिए भी कहा गया है।
एलजी ने मंगलवार को इस निर्देश के साथ ‘समर हीट ऐक्शन प्लान’ पर कोई कदम ना उठाए जाने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके मंत्रियों की आलोचना भी की है. दरअसल, डीडीए 20 मई से ही ऐसा कर रहा है, लेकिन आम आदमी पार्टी सरकार के तहत आने वाले दिल्ली जल बोर्ड (DJB), पब्लिक वर्क डिपार्टमेंट (PWD), दिल्ली नगर निगम (MCD) ने इस पर कोई एक्शन नहीं लिया है. इसलिए उपराज्यपाल ने मुख्य सचिव को इस मुद्दे को लेकर तत्काल बैठक करने के निर्देश जारी किए हैं।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना