ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- ये कहानी ये उस महिला की जो अपने पति से झगड़े के कारण अपने मायके जाने के लिए निकली थी, पर घर पहुंची उसके 6 टुकड़ों में लाश, हम बात कर रहे हैं ऋषिकेश रेलवे स्टेशन पर खड़ी ट्रेन योगनगरी ऋषिकेश एक्सप्रेस में बोरी में कुछ टुकड़े मिले थे लाश के टुकड़े बोले तो सिर्फ हाथ और पैर का हिस्सा, जबकि यहां लाश का सिर और धड़ गायब था, वहीं इस घटना से सनसनी मच गई थी लेकिन सनसनी सिर्फ यहीं नहीं मची थी बल्कि 1 हजार 150 दूर मध्य प्रदेश के इंदौर में भी मच गई थी क्योंकि नागदा महू इंदौर पैसेंजर ट्रेन, इंदौर रेलवे स्टेशन के यार्ड में खड़ी थी. बोगियों की साफ-सफाई का काम चल रहा था. इसी बीच एक जनरल बोगी में सीट के नीचे एक सफाई कर्मी की नजर एक बोरी पर गई. बोरी संदिग्ध थी. शायद इसलिए भी क्योंकि बोरी पर खून के धब्बे और मक्खियां मौजूद थीं. सफाई कर्मी ने तुरंत इसकी इत्तिला इंदौर जीआरपी को दी और पुलिसकर्मियों ने बोरी को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी. लेकिन जैसा कि डर था, वही हुआ था. बोरी में एक महिला की लाश के टुकड़े थे, टुकड़ों में सिर और धड़ का हिस्सा भर था, हाथ पांव गायब थे। बता दें की जांच में सामने आया की ये टुकड़े एक ही शरीर के हैं और यह एक महिला की लाश है। फिर क्या था जांच शुरू हुई और आरोपी की एक गलती उसी को भारी पड़ गई और पुलिस आरोपी के पास जा पहुंची।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना
कई जांच पड़ताल के बाद महिला की हत्या की गुत्थी को पुलिस ने अब सुलझा लिया है. पुलिस ने मामले में एक शख्स को गिरफ्तार किया है. उसी पर महिला की हत्या का आरोप लगा है. रतलाम जिले की रहने वाली मीराबेन 6 जून को बिलपांक इलाके से लापता हो गई थी. उसका अपने पति से झगड़ा हुआ था. जिसके बाद वो घर छोड़कर कहीं चली गई। पुलिस ने बताया कि मीराबेन घर से अपने मायके मथुरा के लिए निकली थी. लेकिन उज्जैन रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर उसकी मुलाकात कमलेश नामक शख्स से हुई. कमलेश ने अकेली महिला को देख उससे बात की. सहानुभूति दिखाई. कहा कि मेरे घर चलकर तुम रेस्ट करो. फिर मथुरा चली जाना. महिला भी कमलेश की बातों में आ गई. लेकिन कमलेश ने उसे खाने में नशे की गोलियां मिलाकर दे दीं. इससे मीराबेन बेहोश होने लगी।
कमलेश ने फिर उससे जबरदस्ती करने की कोशिश की. मीराबेन पूरी तरह बेहोश नहीं हुई थी. इसलिए उसने कमलेश का विरोध करना शुरू किया. तब कमलेश ने मीराबेन के चेहरे पर धारदार हथियार से वार कर दिया. इससे मीराबेन की मौत हो गई. महिला की मौत के बाद आरोपी ने लाश को ठिकाने की योजना बनाई. उसने बाजार से चाकू खरीदकर शरीर के 6 टुकड़े किए. टुकड़ों को उसने बोरे और बैग में भरकर उज्जैन रेलवे स्टेशन पर इंदौर महू डेमू ट्रेन में रख दिया. ट्रेन रवाना होने के बाद एक बैग स्टेशन पर रह छूट गया. बैग को ऋषिकेश जाने वाली योग नगरी एक्सप्रेस में रखने के बाद आरोपी फिर वापस घर आ गया।
आरोपी की पत्नी ने किया खुलासा
आरोपी ने बड़ी ही सफाई से वारदात को अंजाम दिया था. लेकिन एक गलती से वो पकड़ा गया. उसने मीराबेन के मोबाइल में अपनी सिम डाली. मोबाइल नंबर ट्रैक करते हुए आरोपी को पुलिस ने रतलाम से धर दबोचा. पूरे घटनाक्रम में आरोपी कमलेश की पत्नी जो कि मूक-बधिर है, उसके माध्यम से हत्या के और सबूत जुटाए गए और उसकी इस हत्याकांड की अहम कड़ी बनाया गया है। हत्याकांड की घटना में कुलसी में मूकबधिर संस्था से जुड़े लोगों का भी सहारा लिया गया। पकड़ाया कमलेश मूल रूप से उत्तर प्रदेश के ललितपुर का रहने वाला है और उज्जैन में हुए पिछले सिंहस्थ घूमने के लिए उज्जैन आया था और यहीं पर रहने लगा और कैटरिंग का काम कर रोजी-रोटी कमाने लगा था। उसके मन में इस तरह का कृत्य क्यों आया इसका पूछताछ में खुलासा होगा, लेकिन बताया जाता है कि वह उज्जैन के रेलवे स्टेशन पर ही घूमता रहता है। जीआरपी पुलिस ने 17 दिनों के अंदर ही पूरे हत्याकांड का खुलासा कर दिया।
बता दें की फिलहाल पुलिस और अधिक जांच में जुट गई की क्या इस वारदात को अकेले कमलेश ने अंजाम दिया, या फिर उसके साथ कोई और भी शामिल था।