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एक घर में चल रहा था फर्जी हॉस्पिटल:- छापे में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को मिली प्रतिबंधित दवाएं और भ्रूण हत्या की किट और मशीनें…

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ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- एक फर्जी हॉस्पिटल पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापा मारा, जहां पर जांच टीम को कई प्रतिबंधित दवाएं और भ्रूण हत्या की किट और मशीनें मिली हैं. विभाग ने सभी आपत्तिजनक जीचों को जब्त कर लिया है और हॉस्पिटल को सील कर दिया है….

मामला उत्तर प्रदेश के जालौन में शनिवार को स्वास्थ्य विभाग ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मिलकर एक घर में चल रहे फर्जी हॉस्पिटल पर छापा मार कार्रवाई की है. यहां से स्वास्थ्य विभाग ने प्रतिबंधित दवाओं के साथ-साथ भ्रूण हत्या करने वाली किट को भी बरामद किया है. स्वास्थ्य विभाग की इस कार्रवाई से इलाके में हड़कंप मच गया. वहीं कार्रवाई होने से पहले ही फर्जी हॉस्पिटल चलाने वाली महिला फरार हो गई. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने फर्जी हॉस्पिटल को सील कर दिया है और वहां लगे सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर भी जब्त कर ली है, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने जालौन कोतवाली क्षेत्र के छौलापुर रोड पर वंदना आयुर्वेदा सेंटर पर यह छापामार कार्रवाई की है. वंदना कुशवाहा नाम की महिला फर्जी तरीके से इस आयुर्वेदा सेंटर को चला रही थी. इस आयुर्वेदा सेंटर में भ्रूण हत्या करने का काम भी किया जा रहा था. जिसकी शिकायत गुप्त रूप से डिप्टी सीएम बृजेश पाठक को की गई थी. डिप्टी सीएम ने ही इस मामले की जांच के लिए कमिश्नर को नियुक्त किया था। कमिश्नर ने छापे के लिए टीम गठित की जिसमें अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी अरविंद भूषण, उप जिलाधिकारी जालौन अतुल कुमार के नेतृत्व में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी कपिल गुप्ता और महिला चौकी प्रभारी मधु देवी ने अचानक छापा मारा. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को यहां से प्रतिबंधित दवाएं, भ्रूण हत्या करने वाली किट आदि बरामद की. स्वास्थ्य विभाग की टीम के आने के पहले ही इस आयुर्वेदा सेंटर को चलाने वाली महिला वंदना कुशवाहा मौके से फरार हो गई. घर पर महिला का पति व बच्चे ही थे. अधिकारियों ने वहां लगे सीसीटीवी कैमरे की हार्ड डिस्क और डीवीआर को बरामद कर लिया. साथ ही संचालन करने वाली वंदना कुशवाहा के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी।

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी अरविंद भूषण ने बताया कि डिप्टी सीएम को एक शिकायत मिली थी. जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है, यहां पर एलोपैथिक दवाओं के साथ-साथ एक मशीन मिली है. फिलहाल इस मामले में कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने बताया कि इस हॉस्पिटल का कोई रजिस्ट्रेशन नहीं मिला है. तीन दिन का समय इसका संचालन करने वाले को दिया गया है इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना 


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