ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- उत्तर प्रदेश के हाथरस में बीते दिन हुए हादसे ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया, वहीं इस हादसे की वजह भी सामने आई जहां बाबा से मिलने की होड़ ने कई जिंदगियों को खत्म कर दिया है, बता दें की अब हादसे में चौका देने वाली अपडेट सामने आई है, बता दें की इस जिस सत्संग में ये हादसा हुआ था, उसी संत भोले बाबा का काला कारनामा सामने आया है, बता दें की इस बाबा का अपराध से पुराना नाता है।
हाथरस में संत भोले बाबा के सत्संग में आए 116 से ज्यादा श्रद्धालुओं की जान चली गई. शुरुआती जांच के बाद संत भोले बाबा के काले कारनामों की परत खुल रही है. इन पर यौन शोषण समेत पांच अन्य गंभीर मुकदमें दर्ज हैं।
इस हादसे के बाद यूपी पुलिस ने जांच शुरू कर दी. फिलहाल बाबा कहां हैं ये अभी तक पता नहीं चल पाया है. हालांकि शुरुआती जांच के बाद संत भोले बाबा के काले कारनामों की परत खुल रही है. इन पर यौन शोषण समेत पांच अन्य गंभीर मुकदमें दर्ज हैं. आगरा में एक बच्ची की मत्यु हुई थी उस वक्त बाबा ने दावा किया था कि मैं बच्ची को जिंदा कर दूंगा तब बाबा पर केस हुआ था, सूरज पाल सिंह बाबा का असली नाम है. संत से पहले भोले बाबा पुलिस विभाग में कांस्टेबल की नौकरी करते थें. 1990 के आसपास इन्होंने पुलिस कीनौकरी छोड़ दी थी. जानकारी के मुताबिक बाबा को किसी मामले में जेल भी जाना पड़ा था. जेल से छूटने के बाद वह अपना नाम और पहचान बदलकर बाबा बन गया था।
बाबा का सियासी कनेक्शन
स्वयंभू भोले बाबा, बाबा साकार हरि के नाम से भी जाना जाता है. 26 साल पहले गांव से शुरुआत करने वाले बाबा ने अपना वर्चस्व इतना बढ़ा लिया है कि अब बड़े-बड़े नेता भी इनके दरबार में हाजिरी लगाते हैं. अब बाबा का पुराना सियासी कनेक्शन भी सामने आया है. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव इस बाबा के सत्संग में शामिल होते रहे हैं. पिछले साल जनवरी में सपा मुखिया अखिलेश भी बाबा के सत्संग में शामिल हुए थें और सोशल मीडिया पर बाबा का गुणगान करते हुए एक पोस्ट भी शेयर किया था।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना