ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- एक अधिवक्ता को सासंद बृजभूषण शरण सिंह के पैर पकड़ना भारी पड़ गया बता दें की फोटो वायरल होने के बाद बार एसोसिएशन ने अधिवक्ता को निलंबित कर दिया, मामला गोंडा का है…
बार एसोसिएशन ने कैसरगंज सांसद बृजभूषण शरण सिंह का पैर पकड़ने पर अधिवक्ता विनय कुमार शुक्ल को सोमवार को निलंबित कर दिया। उन्हें 14 दिन में अपना पक्ष रखने का मौका दिया है। विनय का अधिवक्ता की वेशभूषा में कैसरगंज सांसद का पैर पकड़ने को बार एसोसिएशन का अपमान माना गया है। वहीं, सोशल मीडिया पर फोटो वायरल होने से दिनभर मामला चर्चा में रहा।
पूर्व शिक्षक नेता व हाल में ही वकालत शुरू करने वाले विनय कुमार शुक्ल की एक फोटो सोमवार को सोशल मीडिया में वायरल हुई। इसमें वह अधिवक्ता की वेशभूषा में हैं और समर्पण की मुद्रा में सांसद बृजभूषण शरण सिंह का पैर पकड़कर बैठे दिख रहे हैं। सांसद सोफे पर बैठे हैं और विनय जमीन पर बैठे हैं। फोटो वायरल होते ही अधिवक्ता समाज में तरह-तरह की चर्चा शुरू हो गई। तमाम अधिवक्ताओं को विनय का ये कृत्य नागवार लगा और आलोचना शुरू हो गई। इसे अधिवक्ता समाज का अपमान बताया गया। ऐसे में बार एसोसिएशन ने मामले का स्वत: संज्ञान लिया।
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद त्रिपाठी व महामंत्री चंद्रमणि तिवारी ने विनय कुमार शुक्ल एडवोकेट को बार एसोसिएशन की सदस्यता से निलंबित कर दिया। अध्यक्ष व महामंत्री ने उन्हें अपना पक्ष प्रस्तुत करने के लिए 14 दिन का समय दिया है। महामंत्री चंद्रमणि तिवारी ने बताया कि विनय ने एक मार्च 2024 को बार एसोसिएशन की सदस्यता ली है। उन्होंने कहा कि विनय के इस आचरण से अधिवक्ता समाज के मान-सम्मान और भावना को ठेस पहुंची है। यह बार कौंसिल ऑफ उप्र व बार एसोसिएशन के दिशा-निर्देश के भी प्रतिकूल है।
माध्यमिक शिक्षक संघ के मंडलीय मंत्री रहे विनय कुमार शुक्ल ने फोटो वायरल होने के बाद सफाई दी है। उन्होंने कहा कि मंच पर फोटो खिंचवाने के लिए गए थे। मगर भीड़ में धक्कामुक्की से गिर गए थे। तभी किसी ने फोटो क्लिक करके वायरल कर दी। उन्होंने कहा कि कैसरगंज सांसद का पैर पकड़कर अधिवक्ता समाज का अपमान नहीं किया है।