ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- गणेश गोदियाल ने एक फिर उत्तराखंड सरकार को घेरते हुए कई सवाल खड़े कर दिए हैं बता दें की उन्होंने कहा की उत्तराखंड में आग से वन संपदा खाक हो चुकी है, लेकिन केंद्र और राज्य सरकार को कोई फर्क ही नहीं पड़ रहा है. मुख्यमंत्री दूसरे राज्यों में चुनाव प्रचार में बिजी हैं. सरकार में बैठे और जवाबदेह लोगों को अपनी राजनीति की चिंता है. ऐसे में उत्तराखंड में वनाग्नि को राष्ट्रीय आपदा घोषित करना चाहिए…
पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने सर्विस वोटर से जुड़ी मामले को लेकर डीएम आशीष चौहान से मुलाकात की. साथ ही सर्विस वोटर को लेकर शंकाओं को दूर किया. इसके अलावा उत्तराखंड में वनाग्नि की घटनाओं को लेकर सरकार पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार को वनाग्नि की कोई फिक्र नहीं है. उन्होंने उत्तराखंड की वनाग्नि को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की।
कांग्रेस नेता गणेश गोदियाल ने आरोप लगाते हुए कहा है कि उत्तराखंड के जंगल धू-धू कर जल रहे हैं, लेकिन प्रदेश सरकार के नेता गहरी नींद में हैं. प्रदेश के मुख्यमंत्री अन्य राज्यों में जाकर प्रचार प्रसार में जुटे हैं. जबकि, उनकी पीठ पीछे उत्तराखंड के जंगल जलकर खाक हो रहे हैं, जिनकी उन्हें कोई चिंता नहीं है. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड का जो पर्यावरण है, वो लगातार दूषित हो रहा जा रहा है. उसमें सरकार की ओर से कोई ऐसा कदम नहीं उठाया जा रहा है, जिससे जंगलों में लगने वाली आग पर काबू पाया जा सके।
गोदियाल ने कहा कि आज उत्तराखंड का हर गांव वनाग्नि की चपेट में है, जो काम अब किए जा रहे हैं, वो काम फायर सीजन शुरू होते ही किए जाने चाहिए थे, लेकिन अब तो जंगल जल कर खाक हो चुके हैं. अब सरकार एक्शन में आने की बात कह रही है. उन्होंने कहा कि प्रदेश का हर मंत्री इस समय प्रदेश से बाहर चुनाव प्रचार में व्यस्त है. ऐसे में कैसे जंगल की आग पर काबू पाया जा सकेगा? ये तो भगवान भरोसे ही है।
गणेश गोदियाल ने आगे कहा कि सरकार भी इंतजार कर रही है कि कब बारिश आए और कब खुद ही आग बुझ जाए. अगर सरकार की मंशा साफ होती तो वन विभाग से लेकर जिला प्रशासन पहले से ही तमाम उपकरणों के साथ आग पर काबू पा सकता था, लेकिन कोई भी वनाग्नि को लेकर गंभीर नहीं था, कांग्रेस नेता गणेश गोदियाल का कहना है कि 34 हजार से ज्यादा सर्विस वोटर हैं, उनमें से कितने आए हैं. साथ ही कुछ शंकाएं उनके मन में थी, जिसके समाधान को लेकर आज वो पौड़ी कलेक्ट्रेट पहुंचे. जहां उन्होंने डीएम से मुलाकात कर सर्विस वोटर के आने और जाने का तरीका, किस तरह से गणना होनी है, इसकी जानकारी ली. जो भी शंका उनके मन में थी, उनका समाधान भी हो गया है।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना