आई लव मोहम्मद जुलूस बवाल के बाद धामी सरकार का बुलडोजर एक्शन शुरू”
ANCHOR काशीपुर का माहौल अचानक बेकाबू हो गया।
बिना अनुमति निकाले गए ‘I Love मोहम्मद’ जुलूस ने पूरे शहर को दंगे की आग में झोंकने की कोशिश की। पथराव हुआ, तोड़फोड़ हुई और पुलिस पर हमला भी हुआ। लेकिन खाकी का तेज़ एक्शन और सूझबूझ काम आई—कुछ ही मिनटों में हालात काबू में आ गए। और अब तस्वीर साफ है… कानून के साथ-साथ धामी सरकार का बुलडोज़र भी उपद्रवियों पर टूट पड़ा है।
काशीपुर के अलीखान इलाके से अचानक निकला एक जुलूस। हाथों में ‘I Love मोहम्मद’ लिखे बैनर और झंडे।
न प्रशासन से अनुमति, न पुलिस को कोई जानकारी।
देखते ही देखते भीड़ बढ़ी और नारेबाज़ी शुरू हो गई। हालात बेकाबू होने लगे तो माहौल पथराव और धक्का-मुक्की में तब्दील हो गया।
स्थिति तब और बिगड़ गई, जब उपद्रवियों ने पुलिस पर हमला कर दिया और सरकारी वाहनों को नुकसान पहुंचाया।
सूचना मिलते ही एसपी सिटी अभय सिंह भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पथराव और अफरातफरी के बीच पुलिस ने सख्ती दिखाई और कुछ ही देर में हालात काबू में आ गए।
तेज़ एक्शन की वजह से कोई बड़ी जनहानि नहीं हुई और न ही व्यापार-उद्योग पर खास असर पड़ा।
बवाल के बाद पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया। समाजवादी पार्टी के नेता नदीम अख्तर, दानिश चौधरी, हनीफ गांधी समेत 3 नामजद और करीब 400 अज्ञात उपद्रवियों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
पुलिस का कहना है—जुलूस में 400 से 500 लोग शामिल थे, मंच से भड़काऊ भाषण दिए जा रहे थे। जब रोका गया तो भीड़ ने हमला कर दिया।
लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं हुई…
बवाल के बाद सरकार का बुलडोज़र भी गरजा।
अलीखान इलाके में जहां से जुलूस निकला और पथराव हुआ, वहां प्रशासन ने अतिक्रमण पर बुलडोज़र चला दिया।
संदेश साफ है—जो कानून को हाथ में लेंगे, जो फिजाओं में नफरत घोलेंगे… उन्हें धामी सरकार का बुलडोज़र भी भुगतना पड़ेगा।
तो साफ है…
काशीपुर को दंगे की आग में झोंकने की कोशिश जरूर हुई, लेकिन पुलिस की सख्ती और प्रशासन की तत्परता ने हालात संभाल लिए।
और अब बुलडोज़र की गड़गड़ाहट ने उपद्रवियों को यह चेतावनी भी दे दी है—काशीपुर में गुंडाराज नहीं, सिर्फ कानून और धामी सरकार का राज चलेगा।