ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- “भाजपा, जो अक्सर परिवारवाद का विरोध करते हुए खुद को एक अलग पार्टी के तौर पर पेश करती है, अब अपने ही नेताओं की वजह से विवादों में घिर गई है। हाल ही में एक मामला सामने आया है, जहां पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने अपने भतीजे को टिकट दिलाने के लिए ओबीसी आरक्षित सीट को सामान्य वर्ग में बदलवाने की सिफारिश की।”
बता दें कि उधम सिंह नगर में एक सीट सामान्य हुई थी लेकिन भतीजे के टिकट के लिए भाजपा नेता ने अपने सोर्स लगाकर टिकट को ओबीसी करवा दिया।
सूत्र की माने तो वरिष्ठ भाजपा नेता ने कथित तौर पर अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए ओबीसी सीट को सामान्य सीट में बदलवाने का प्रयास किया। यह आरोप इसलिए भी गंभीर है क्योंकि पार्टी अपने सिद्धांतों में परिवारवाद का विरोध करती रही है।”
“यह पहली बार नहीं है जब भाजपा इस तरह के आरोपों का सामना कर रही है। सवाल यह है कि क्या पार्टी परिवारवाद से जुड़े अपने रुख पर कायम रह पाएगी, या यह मुद्दा आगामी चुनावों में पार्टी की छवि पर असर डालेगा?”
रिपोर्ट:- साक्षी सक्सेना