ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- विजिलेंस विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सहायक परिवहन निरीक्षक को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई ने सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक सख्त संदेश दिया है।
सहायक परिवहन निरीक्षक ने ट्रक मालिक से रिश्वत की मांग की थी। ट्रक मालिक को अधिकारी की यह मांग अनुचित लगी, जिसके बाद उसने विजिलेंस विभाग को इसकी शिकायत दी, शिकायत मिलने के बाद विजिलेंस विभाग ने तुरंत इस मामले को गंभीरता से लिया और शिकायत की जांच शुरू की। प्राथमिक जांच में शिकायत को सही पाए जाने के बाद विजिलेंस ने ट्रैप योजना तैयार की।
विजिलेंस विभाग ने आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। उसे पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है, और आगे की जांच जारी है।
विजिलेंस विभाग ने आम जनता से अपील की है कि यदि उन्हें किसी सरकारी अधिकारी द्वारा रिश्वत की मांग की जाती है, तो वे तुरंत इसकी सूचना विभाग को दें। विजिलेंस का हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है ताकि लोग आसानी से संपर्क कर सकें।
बता दें कि शिकायतकर्ता द्वारा सतर्कता अधिष्ठान(विजिलेंस) के टोल फ्री नं0 1064 पर शिकायत दर्ज कराय, बताया की उसके भूसे के ट्रक पंजाब से रुडकी आते है जिस पर परिवहन विभाग, रूडकी हरिद्वार में नियुक्त सहायक परिवहन निरीक्षक नीरज द्वारा प्रति ट्रक अवैध रुप से 2500रु0 हर महीने के हिसाब से 10,000 रु0 रिश्वत की मांग की गयी थी , आज सतर्कता अधिष्टान देहरादून की ट्रैप टीम द्वारा सहायक परिवहन निरीक्षक नीरज, कार्यालय सहायक परिवहन विभाग रुडकी ,हरिद्वार को 10,000 रु0 उत्कोच ग्रहण करते हुए गिरफ्तार किया गया ।