राजीव चावला/ एडिटर।
उत्तराखंड के उधम सिंह नगर में भाजपा नेताओं के बीच गुटबाजी का नया नजारा, एक अंडरपास का शिलान्यास तीन बार! पार्टी नेताओं की आपसी खींचतान से जनता परेशान। निकाय चुनाव से पहले भाजपा में फूट से कार्यकर्ताओं में असमंजस।
खबर पड़ताल ब्यूरो:- उत्तराखंड के उधम सिंह नगर में भाजपा में इन दिनों गुटबाजी का नजारा खूब देखने को मिल रहा है। ताजा मामला रुद्रपुर में ओमेक्स के पास बनने वाले एक अंडरपास से जुड़ा है, जहां पार्टी नेताओं की आपसी खींचतान का परिणाम यह हुआ कि अंडरपास का शिलान्यास दो बार किया गया।
दरअसल, इस अंडरपास का शिलान्यास पहले रुद्रपुर के मेयर रामपाल सिंह और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किसान मोर्चा अनिल चौहान ने किया था। लेकिन काम शुरू न होने की वजह से मौजूदा विधायक और सांसद अजय भट्ट ने पुनः इस कार्य का शिलान्यास किया।
सांसद अजय भट्ट और विधायक शिव अरोरा के नेतृत्व में दोबारा से शिलान्यास के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगो को बुलाकर बड़े समारोह का आयोजन किया गया। लेकिन यह आयोजन भी गुटबाजी की कहानी को उजागर कर गया, क्योंकि दोनों गुटों के नेता एक-दूसरे के उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं हुए।
इलाके के लोगों का कहना है कि”इस गुटबाजी से हमारे काम में ही देरी हो रही है। जब एक बार शिलान्यास हो चुका था, तो दोबारा शिलान्यास की क्या जरूरत थी?”
इस पूरे मामले में सवाल यह उठता है कि क्या सांसद अजय भट्ट की जिम्मेदारी नहीं बनती थी कि वे इस गुटबाजी को खत्म करके सभी नेताओं को एक मंच पर लाते? निकाय चुनाव निकट हैं, और ऐसे में पार्टी में यह गुटबाजी कहीं न कहीं भाजपा को चुनाव में नुकसान पहुंचा सकती है, आने वाले निकाय चुनावों में क्या भाजपा नेताओं की यह गुटबाजी पार्टी पर भारी पड़ेगी? क्या सांसद, विधायक, संगठन से जुड़े और वरिष्ठ नेता पार्टी के अंदर हो रहे मतभेदों को दूर कर पाएंगे? इन सवालों का जवाब तो समय ही बताएगा। तब तक बने रहिए ख़बर पड़ताल के साथ।