ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- उधमसिंहनगर जिला मुख्यालय रुद्रपुर में सरकारी खाते से करोड़ों रुपये की धनराशि निकालने के मामले का आज एसएसपी ऑफिस में खुलासा हुआ बता दें की मामले में पुलिस ने इंडसइंड बैंक के मैनेजर देवेंद्र सिंह निवासी काशीपुर और कैशियर प्रियम सिंह निवासी आवास विकास रुद्रपुर को गिरफ्तार किया है। अब तक 7.5 करोड़ की धनराशि होल्ड कराई गई है। कुल 13 करोड़ 51 लाख 46 हजार रुपए तीन फर्जी चेकों से निकाले गए थे।
फर्जी चेकों से एसएलएओ के सरकारी खाते से 13.51 करोड़ की रकम निकालने में शामिल रुद्रपुर के इंडसइंड बैंक के प्रबंधक और कैशियर को पुलिस ने मंगलवार को बैंक से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने ट्रांसफर किए गए 7.5 करोड़ रुपये फ्रीज कर दिए हैं। वहीं फर्जी चेक लगाने वाले तीन संदिग्धों को भी पुलिस ने चिह्नित कर लिया है।
बुधवार को पुलिस कार्यालय में एसएसपी डॉ मंजूनाथ टीसी ने मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि सोमवार को सक्षम प्राधिकारी विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी (एसएलएओ) कौस्तुभ मिश्र ने पुलिस को तहरीर देकर बताया था कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण का इंडसइंड बैंक रुद्रपुर में खाता था। 28 और 31 अगस्त को बैंक में फर्जी चेकों के जरिए 13 करोड़ 51 लाख 46 हजार रुपये अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर किए गए हैं। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था। पुलिस जांच में सामने आया कि बैंक प्रबंधक कुंडेश्वरी रोड थाना काशीपुर निवासी देवेन्द्र सिंह पुत्र होशियार सिंह और कैशियर आवास विकास रुद्रपुर निवासी प्रियम सिंह पत्नी रजत सरकारी रकम को निकालने की साजिश में शामिल थे। पुलिस ने मंगलवार देर रात दोनों को बैंक से ही गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर फर्जी और कूटरचित दस्तावेज की बरामदगी की है। एसएसपी ने कहा कि बैंक में फर्जी चेकों को लगाने वाले तीनों संदिग्धों को पुलिस ने चिह्नित कर लिया है। जल्द ही उनको गिरफ्तार कर पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा।
बताया कि आरोपियों ने शामली यूपी और अमृतसर के एसएलएओ के चेक भी इसी बैंक में लगाए थे। इसमें से शामली में मुकदमा दर्ज हो चुका है। जबकि अमृतसर के एसएलएओ के चेक का भुगतान नहीं हो पाया था। उन्होंने कहा कि जांच में अन्य प्रदेशों के मामले भी सामने आ सकते हैं। अगर ऐसा होगा तो उत्तराखंड एसटीएफ को जांच सौंपी जाएगी।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना