ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- प्रयागराज में महाकुंभ हादसे के बाद हड़कंप मचा हुआ है. मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है और अब यह आंकड़ा 49 तक पहुंच चुका है. इसी बीच, जब टीवी9 भारतवर्ष के रिपोर्टर विपिन चौबे मृतकों का हाल जानने पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचे, तो उन्हें रिपोर्टिंग करने से रोक दिया गया.
महाकुंभ हादसे में अब तक 49 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 24 की अब तक पहचान नहीं हो पाई है. प्रशासन ने इन अज्ञात मृतकों की तस्वीरें जारी की हैं, ताकि उनके परिजनों को जानकारी मिल सके.
विपिन चौबे, रिपोर्टर, टीवी9 भारतवर्ष
“हम वहां परिजनों से बात कर रहे थे, तभी हमें रिपोर्टिंग से रोक दिया गया. प्रशासन ने हमें बाहर निकाल दिया और गिरफ्तारी तक की धमकी दी.”
मीडिया पर पाबंदी और प्रशासन की मनमानी पर सवाल उठ रहे हैं. आखिर पत्रकारों को सच्चाई दिखाने से क्यों रोका जा रहा है? महाकुंभ हादसे में मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है, लेकिन जानकारी छुपाने की कोशिश की जा रही है.
महाकुंभ हादसे के बाद से ही प्रशासन सवालों के घेरे में है. मृतकों की पहचान को लेकर अब भी असमंजस बरकरार है. लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि मीडिया को कवरेज करने से क्यों रोका जा रहा है? क्या प्रशासन कुछ छिपाने की कोशिश कर रहा है?