ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- आचार संहिता के बीच धरना प्रदर्शन करना कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को भारी पड़ गया है. पुलिस ने कांग्रेस के 3 पदाधिकारियों समेत 26 कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. मामला मंगलवार को तीर्थ पुरोहित परिवार की महिला की हत्या के खिलाफ धरना-प्रदर्शन का है….
धर्मनगरी हरिद्वार में मंगलवार को हुई महिला की हत्या के खुलासे को लेकर बुधवार को कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने धरना दिया था. कांग्रेस के प्रदर्शनकारियों पर आचार संहिता के उल्लंघन और सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने का आरोप लगा है।
तीर्थ पुरोहित परिवार की महिला की हत्या के खुलासे को लेकर अगले ही दिन ज्वालापुर कोतवाली में धरना देने पर कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है. आरोप है कि कांग्रेसियों ने धरना देकर न सिर्फ आचार संहिता का उल्लंघन किया, बल्कि सरकारी कार्य में बाधा भी पहुंचाई है. पुलिस ने 26 कांग्रेसियों को नामजद करते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है।
मंगलवार की दोपहर ज्वालापुर के मोहल्ला चाकलान में तीर्थ पुरोहित परिवार की एक बुजुर्ग महिला अर्चना की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी. इस मामले को लेकर बुधवार की सुबह कांग्रेस नेता ज्वालापुर कोतवाली पहुंचे और कोतवाली प्रभारी के कार्यालय के बाहर धरना देकर बैठ गए. कांग्रेसियों का आरोप था कि भाजपा सरकार में कानून व्यवस्था ध्वस्त है. इसीलिए दिन दहाड़े हत्याएं हो रही हैं. इस मामले में कोतवाली के दिवस अधिकारी के तौर पर तैनात उप निरीक्षक बारू सिंह चौहान ने तहरीर देते हुए बताया कि अंकित चौहान (कांग्रेस नगर अध्यक्ष ज्वालापुर) के नेतृत्व में 25-26 लोगों ने महिला की हत्या के सम्बन्ध में विरोध करते हुए शासन और पुलिस प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए कोतवाली में करीब 1 घंटे तक सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया गया।
सार्वजनिक स्थान में आकर सांकेतिक धरना प्रदर्शन कर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया गया और लोक सेवक के कार्यों के निर्वहन में बाधा डाली गयी. ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी रमेश तनवार ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, मामले में कार्रवाई की जाएगी।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना