ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- लोकसभा चुनाव नजदीक हैं वहीं सभी पार्टियों ने अपने स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी कर दी है, बता दें की कल हरिद्वार में बीजेपी के स्टार प्रचारक जेपी नड्डा पहुंचे जहां उन्होंने कहा का की देश को परिवादवाद से नुकसान हुआ है जिसको लेकर हरीश रावत ने पलटवार करते हुए जेपी नड्डा को गप्पुओ का पप्पू कह डाला…
उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव 2024 के मतदान की तारीख नजदीक आने के चुनावी सरगर्मियां भी तेज होती जा रही हैं. नेताओं के बीच बयानबाजियों का दौर भी जारी है. हर कोई एक-दूसरे पर कटाक्ष करने में लगा हुआ है. शुक्रवार 5 अप्रैल को हरिद्वार में ही बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने परिवारवाद को लेकर विपक्ष पर तंज कसा था. उस पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत की प्रतिक्रिया आई है. हरीश रावत ने जेपी नड्डा को गप्पुओं का पप्पू कहा है, बीजेपी के परिवारवाद के आरोप पर हरीश रावत ने कहा कि जो गपोड़ी हैं, चालबाज हैं, गप्पबाज हैं, गालबाज हैं, जुमलेबाज हैं, वो देश को परिवारवाद से ज्यादा नुकसान पहुंचा रहे हैं. परिवार तो सेवा की पंरपरा को आगे बढ़ाने का काम करता है, लेकिन जो गपबाज हैं, जुमलेबाज हैं, वो लोग देश को निराश करने का काम करते हैं. जैसे लोगों के आज तक 15 लाख रुपए खाते में नहीं पहुंचे. करोड़ों नौकरियां नहीं मिली. किसानों की आमदनी दोगुनी नहीं हुई, ये सबसे बड़ी गप्पें हैं. इसीलिए बीजेपी को गप्पू से कम नहीं कहा जा सकता है और जेपी नड्डा गप्पुओं के पप्पू हैं, हरीश रावत ने बीजेपी के उन आरोपों पर भी जवाब दिया, जिसमें कहा जाता है कि विपक्ष के अधिकांश नेता या तो जेल में या फिर बेल पर हैं. इन आरोपों पर हरदा ने कहा कि यदि शासक अन्यायी हो तो उसके खिलाफ सारा मुल्क जेल में हो ही जाता है. इसीलिए अन्यायी शासक से आज जो लड़ रहा है वो या तो जेल में है या फिर बेल पर है. वहीं कुछ उस लिस्ट में होंगे, जो आज नहीं तो कल जेल में जाएंगे, कांग्रेस के लिए आलसी और सुस्त वाले बयान पर दिया जवाब: हरीश रावत ने अपनी ही पार्टी को आलसी और सुस्त बताया था. इस पर हरीश रावत का कहना है कि उनके इस बयान का प्रभाव पड़ा है. उन्होंने पार्टी का सिपाही होने के नाते आह्वान किया था कि कांग्रेस के नेताओं को सुस्ती तोड़कर चुस्त बनना होगा. तभी हम दूसरों के लिए उदाहरण बन सकेंगे. बीजेपी ने उनकी जो जगह ली है, उसे कांग्रेस को वापस लेना है. कांग्रेस को ये जगह केवल हरिद्वार में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में लेनी है, जिसका असर पूरे देश में हो रहा है।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना