राजीव चावला/ एडिटर।
ख़बर पड़ताल। खाद्यान्न विभाग में धांधली का खेल थमने का नाम नहीं ले रहा है। जहां रुद्रपुर में सिस्टम में सुधार के संकेत दिखाई देने लगे हैं, वहीं किच्छा में सरकारी राशन प्रणाली में गड़बड़ियों का मामला सामने आया है। किच्छा के सरकारी सस्ता गल्ला दुकानदार गोदाम के एसएमआई इंचार्ज की मिलीभगत से सरकारी राशन सस्ता गल्ला दुकानों पर कम, और मिलों में अधिक भेजने का आरोप है।
रिपोर्ट के अनुसार, किच्छा के सस्ता गल्ला दुकानदार गोदाम के एसएमआई के साथ मिलकर सरकारी राशन को बाजार में ऊंची कीमत पर बेच रहे हैं। इसका नतीजा यह है कि आम जनता तक सही मात्रा में राशन पहुँचने की बजाय मिलों और अन्य व्यापारियों के पास जा रहा है। खाद्यान्न विभाग की लापरवाही और दुकानदारों की मिलीभगत से किच्छा में इस काले कारोबार का खेल फल-फूल रहा है।
स्रोतों से मिली जानकारी के अनुसार, खाद्यान्न विभाग इस धांधली की जांच से बचता दिख रहा है। जानकारों का मानना है कि विभागीय अधिकारी इस मामले की जांच इसलिए नहीं करना चाहते, क्योंकि इसमें गोदाम के एसएमआई इंचार्ज की सीधी संलिप्तता बताई जा रही है।
यह धांधली सरकारी सिस्टम की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करती है। आखिर आम जनता के लिए भेजा गया राशन कब तक मिलों और व्यापारियों तक पहुँचता रहेगा? विभाग व जिला प्रशासन कब तक इस गड़बड़ी को अनदेखा करता रहेगा?