ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- उत्तराखंड निकाय चुनाव में भाजपा को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ बागी कार्यकर्ता मैदान में डटे हुए हैं, जिससे सत्तारूढ़ भाजपा की चिंता बढ़ गई है।
उत्तरकाशी, टिहरी, बड़कोट, कर्णप्रयाग और दुगड्डा समेत कई निकायों में भाजपा के बागी कार्यकर्ताओं ने पार्टी प्रत्याशियों के खिलाफ नामांकन वापस लेने से इनकार कर दिया।
बृहस्पतिवार को नामांकन वापस लेने का अंतिम दिन था। शाम चार बजे तक प्रदेश पार्टी मुख्यालय और जिलों में भाजपा नेताओं ने कार्यकर्ताओं को मनाने की पूरी कोशिश की, लेकिन अधिकतर जगहों पर प्रयास नाकाम रहे।
महेंद्र भट्ट, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा:- “पार्टी अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं करेगी। ऐसे कार्यकर्ताओं को छह साल के लिए निष्कासित किया जाएगा।”
उत्तरकाशी पालिका में भूपेंद्र चौहान, टिहरी में विक्रम सिंह कठैत और अनुसुइया नौटियाल ने नामांकन वापस नहीं लिया। कर्णप्रयाग में थराली विधायक भूपाल राम टम्टा के बेटे जय प्रकाश ने अधिकृत प्रत्याशी गणेश शाह के खिलाफ ताल ठोक दी।
दुगड्डा में भावना चौहान, नौगांव में पूर्व विधायक राजकुमार के भाई यशवंत कुमार और पौड़ी में तीन महिला कार्यकर्ताओं ने भी पार्टी नेतृत्व की अपील को नकार दिया।
निकाय चुनाव में भाजपा की ये अंदरूनी चुनौतियां आने वाले दिनों में पार्टी के प्रदर्शन पर क्या असर डालेंगी, यह देखना दिलचस्प होगा।