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*”केरल भूस्खलन मामला” हादसे में अब तक 43 लोगों की मौत, 70 से ज्यादा लोग घायल; रेस्क्यू ऑपरेशन जारी; पढ़ें पूरी ख़बर।*

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ख़बर पड़ताल ब्यूरो:- केरल के वायनाड जिले में मेप्पाडी के पास पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की खबर है। इस प्राकृतिक आपदा के कारण अबतक 45 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 70 घायल हुए हैं। वहीं सैकड़ों लोगों के फंसे होने की आशंका है…

केरल के वायनाड जिले में मेप्पाडी के पास विभिन्न पहाड़ी इलाकों में मंगलवार तड़के कई भीषण भूस्खलन हुए. इस आपदा में 43 लोगों की मौत हो गई. वहीं, 70 लोगों के घायल होने की खबर है जबकि अभी भी कई अन्य लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका है. इस बीच वायनाड जिले में भारी बारिश जारी है।

एनडीआरएफ और केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की टीम मौके पर पहुंच गई है. भूस्खलन ने तीन गांवों में तबाही मचा दी. कई घर नष्ट हो गए हैं, जलस्रोत उफान पर हैं और कई पेड़ उखड़ गए. स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने 23 शव बरामद किए जाने की पुष्टि की हैं. उन्हें विभिन्न अस्पतालों के मॉर्चरी में रखा गया है. मृतकों में कम से कम तीन बच्चे शामिल हैं, राहत-बचाव अभियान युद्धस्तर पर जारी है. इस हादसे पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना प्रमुख से बात की और उन्हें भूस्खलन प्रभावित केरल के वायनाड में सहायता और बचाव के लिए सेना को तैनात करने को कहा. वैसे सेना की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं।

जिला अधिकारियों के अनुसार, प्रभावित क्षेत्रों में मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांव शामिल हैं. ये वर्तमान में भूस्खलन के कारण अलग-थलग हैं. मुख्यमंत्री ने राहत -बचाव प्रयासों को बढ़ाने के लिए दो वायु सेना के हेलीकॉप्टर सुलूर से वायनाड भेजने के लिए कहा है, आज तड़के मुंडकाई कस्बे में भूस्खलन हुआ. फिर करीब 4.10 बजे कलपट्टा में भी भूस्खलन हुआ. बताया जा रहा है कि कई परिवार इसमें दब गए. भूस्खलन से वैथिरी तालुक, वेल्लरीमाला गांव, मेप्पाडी पंचायत प्रभावित हैं. चूरलमाला से मुंडकाई तक की सड़क बह गई।

जानकारी के अनुसार चूरलमाला कस्बे में भी भारी नुकसान पहुंचा है. केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) ने कहा है कि प्रभावित क्षेत्र में अग्निशमन और एनडीआरएफ की कई टीम तैनात की गई है. साथ ही एनडीआरएफ की एक अतिरिक्त टीम वायनाड के लिए रवाना की गई है, केएसडीएमए द्वारा फेसबुक पर पोस्ट किए गए एक पोस्ट के अनुसार, कन्नूर डिफेंस सिक्योरिटी कॉर्प्स की दो टीमों को भी बचाव प्रयासों में सहायता के लिए वायनाड जाने का निर्देश दिया गया. प्रभावित क्षेत्रों के स्थानीय लोगों ने बताया कि कई लोगों के फंसे होने की आशंका है. भारी बारिश के कारण बचाव अभियान में बाधा आ रही है।

101 लोगों को बचाया गया

केरल के राजस्व मंत्री के राजन का कार्यालय के अनुसार एनडीआरएफ (NDRF), अग्निशमन, पुलिस और राजस्व विभाग की टीम मौके पहुंच गई है. अब तक करीब 101 लोगों को बचाया गया है. कलपेट्टा के बाथरी सेंट मैरी एसकेएमजे स्कूल में आश्रय शिविर बनाया गया है. कई मेडिकल टीम और एंबुलेंस मौजूद हैं और भोजन और कपड़ों का भी इंतजाम किया गया है. मिट्टी खोदने वाली मशीनों की जरूरत है।

ड्रोन और डॉग स्क्वायड तैनात

मुख्यमंत्री कार्यालय के आदेश के अनुसार खोज और बचाव प्रयासों के लिए पुलिस ड्रोन और डॉग स्क्वायड को तैनात किया जाएगा. भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र में बचाव कार्यों और संबंधित गतिविधियों के लिए वायनाड में सेना के इंजीनियरिंग समूह को तत्काल तैनात किया जाएगा. पुल ढहने के बाद वैकल्पिक व्यवस्था लागू करने के लिए बेंगलुरु से मद्रास इंजीनियरिंग ग्रुप (एमईजी) पहुंचेगा।

रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना 


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