ये खबर पढ़कर शायद आपको भी विश्वास न हो क्योंकि आज के समय इस तरह की बातों पर विश्वास करना शायद मुश्किल है पर दावा किया जा रहा है की बेस अस्पताल अल्मोड़ा में एक वीडियो में अस्पताल की एक व्हीलचेयर अस्पताल के प्रांगण में खुद ही चलती हुई दिखाई दे रही है तो दूसरी वीडियो में एक बड़ी सीढ़ी भी खुद आगे पीछे जाते हुए दिखाई दे रही है। इन वीडियो को लेकर हो रही चर्चा से क्षेत्र सहित अस्पताल में पहुंचने वाले मरीजों में दहशत है। हालांकि बेस अस्पताल प्रशासन इस वायरल वीडियो को फेक वीडियो बताकर ऐसी किसी भी घटना के होने से इनकार कर रहा है।
दरअसल, आपको बता दें की सोशल मीडिया पर वायरल हुई वीडियो में अल्मोड़ा के सोबन सिंह जीना राजकीय आयुर्विज्ञान एवं शोध संस्थान के अधीन बेस अस्पताल के ए-ब्लॉक के बाहर एक व्हीलचेयर स्वत: ही चलती हुई दिखाई दे रही है। वहीं ढलान में ही नहीं वरन चढ़ाई में भी चल रही है यह वीडियो विगत कुछ दिनों से सोशल मीडिया में लगातार वायरल हो रहा है। इसमें न तो कोई उस व्हीलचेयर को ले जा रहा है और न ही उसमें कोई बैठा है खाली व्हीलचेयर अचानक ब्लॉक के बाहर इधर-उधर घूमते दिखाई दे रही है।
बगैर किसी के बैठे व्हीलचेयर का चिकित्सालय के प्रांगण में इधर से उधर जाने की चर्चा लोगों मे दहशत का माहौल पैदा कर रही है। वहीं एक अन्य वीडियो में एक बड़ी सीढ़ी भी स्वयं इधर-उधर डोल रही है। बेस अस्पताल प्रशासन इस दोनों वीडियो को फेक वीडियो बता रहा है लोगों की चर्चा में इन वीडियो को भूत प्रेत की कहानियों से भी जोड़ा जा रहा है। कुछ भी हो यह लोगों के लिए कौतूहल बना हुआ है बेस अस्पताल के प्रभारी पीएमएस डॉ अमित सिंह ने कहा कि वायरल वीडियो की जानकारी है। लेकिन ऐसी कोई भी घटना नहीं हुई है, यह एक फेक वीडियो है।
उन्होंने कहा की अस्पताल के सीसीटीवी कैमरे में इसे खंगाला गया तो ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि भविष्य में कोई इस तरह की फेक वीडियो बनाता पाया गया तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी वहीं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने पुलिस से इस तरह के फेक वीडियो बनाने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। साथ ही सामाजिक कार्यकर्ताओं ने पुलिस उपाधीक्षक को ज्ञापन सौंपा है।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना