अक्सर कई बार सोशल मीडिया पर कई ऐसी चीजे वायरल हो जाति हैं जो यह सोचने पर मजबूर कर देती है की क्या सच है और गलत क्या कानून होने के बाद भी लोगों को न्याय नहीं मिल पाता ऐसे बहुत से सवाल मन में खड़े हो जाते हैं बता दें की तमिलनाडु से सामने आई एक घटना ने हर किसी को झकझोर कर दिया है। बता दें की यहां वेल्लोर क्षेत्र में एक महिला को बुरी तरह पीटा गया है। उसके शरीर से कपड़े उतार दिए गए। महिला के साथ यह बर्बरता 120 लोगों ने मिलकर की है। इतना ही नहीं हैरान कर देने वाली बात यह है कि महिला के पति भारतीय सेना में हैं और अभी कश्मीर में तैनात हैं। महिला की हालत गंभीर बनी हुई है और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
देखिए वीडियो 👇👇👇👇
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अब तक की जानकारी के मुताबिक बता दें की इंडियन आर्मी में तैनात पीड़ित महिला के पति ने एक वीडियो सोशल मीडिया पर जारी कर तमिलनाडु सरकार से इंसाफ की गुहार लगाई है। वीडियो में यह जवान कह रहा है कि मैं देश को दुश्मनों को बचाने के लिए भारतीय सेना में हूं और अभी कश्मीर में तैनात हूं। अपने घर से सैकड़ों किलोमीटर दूर हूं। मेरी पत्नी को अर्धनग्न कर दिया गया और बुरी तरह पीटा गया। वीडियो में वह हाथ जोड़कर, घुटनों पर बैठकर न्याय की भीख मांग रहा है।बता दें कि सेना के जवान हवलदार प्रभाकरन की पत्नी को स्थानीय गुंडों के बुरी तरह से पीटने की घटना कुछ ही देर में वायरल हो गई। गंभीर हालत में महिला को जीएच वेल्लोर अदुक्कमपराई में भर्ती कराया गया है।
वहीं अब इस पूरे मामले में कंधवासल पुलिस ने मामले की प्रारंभिक जांच के बाद बयान जारी कर के दावा किया कि घटना को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है। पुलिस ने कहा, ”रेणुगंबल मंदिर से संबंधित जमीन पर बनी एक दुकान को प्रभाकरन के ससुर सेल्वामूर्ति को कुमार ने पांच साल के समय की अवधि के लिए 9.5 लाख रुपये में पट्टे पर दिया गया था। कुमार के मरने के बाद उसका रामू दुकान वापस चाहता था, इसलिए वह पैसे वापस करने को तैयार हो गया और 10 फरवरी को एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। हालांकि रामू ने दावा किया कि सेल्वामूर्ति ने पैसे लेने से इनकार कर दिया और दुकान छोड़ने से भी मना कर दिया।”
आगे पुलिस ने बताया कि इस बात को लेकर बहस हो गई, जिसमें हाथापाई भी हुई जिसकी वजह से वहां मौजूद कई लोग रामू के समर्थन में आ गए। जिसमें लड़ाई के दौरान दुकान में रखा सामान बाहर फेंक दिया गया। साथ ही पुलिस ने बताया कि प्रभाकरन की पत्नी कीर्ति और उसकी मां दुकान में थीं, भीड़ ने उन पर हमला नहीं किया। बाद में शाम को प्रभाकरन की पत्नी ने भी खुद को अस्पताल में भर्ती कराया जवान का कहना है कि उसकी पत्नी को गंभीर चोटें आई हैं, लेकिन पुलिस अधिकारियों के अनुसार यह सच नहीं है। अब इस घटना का क्या पूरा सच हम इसकी पुष्टि नहीं करते।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना