उत्तराखंड: प्रदेश में महिलाएं हर स्तर पर अपराध का शिकार होती हैं चाहें ट्रेन हो या फिर बस, सड़क हो स्कूल हो या कोई दफ्तर हो हर जगह महिलाओं से अपराध की घटनाएं सामने आती रहती है। अगर बात करें ट्रेन की तो ट्रेनों में सफर करने वाली महिला यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए गवर्नमेंट रेलवे पुलिस की ओर से एस्कार्ट में महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। बता दें की महिला पुलिसकर्मी देहरादून से रुड़की तक ट्रेन में चेकिंग के साथ महिला यात्रियों का हाल भी पूछ रही हैं। इसके बाद रुड़की से वापस देहरादून वाली ट्रेन में चेकिंग करेंगी। ट्रेनों में महिला अपराध को रोकने के लिए जीआरपी की ओर से यह व्यवस्था शुरू की गई है।
आपको बता दें की इंस्पेक्टर जीआरपी टीएस राणा ने बताया की, ट्रेनों में महिलाओं के साथ अभद्रता की शिकायतें अक्सर मिलती रहती हैं। इसको ध्यान में रखते हुए डीआइजी जीआरपी रेणुका देवी के निर्देश पर दो महिला कांस्टेबलों की ड्यूटी ट्रेनों में चेकिंग के लिए लगाई गई है। महिला कांस्टेबल देहरादून से चलने वाली ट्रेन में रुड़की तक चेकिंग करती हैं, इसके बाद वापसी में भी चेकिंग अभियान चलाया जाता है। एस्कार्ट एक-एक डिब्बे में जाकर महिला यात्रियों से बातचीत करती हैं।
इसके अलावा इंस्पेक्टर राणा ने बताया कि देहरादून से कुछ ट्रेनें ऐसी हैं जिनमें महिला व दिव्यांग डिब्बे अलग से होते हैं। ऐसे में इन ट्रेनों में आम आदमी के घुसने की शिकायतें आती है। ऐसे में महिला कांस्टेबल ऐसे व्यक्तियों को तत्काल वहां से हटाती हैं। इसके साथ ही कई स्टेशन ऐसे हैं, जहां पर ट्रेनें नहीं रुकती। महिलाओं के साथ अपराध होने पर शिकायतकर्ता को शिकायत दर्ज कराने के लिए ट्रेन रुकने का इंतजार करना होता है। अब महिलाएं किसी भी समय अपनी शिकायत दर्ज करवा सकती हैं।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना