उत्तराखंड: हमेशा चर्चाओं में रहने वाले किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने जब उत्तराखंड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बीते रविवार को मुख्यमंत्री आवास में मुलाकात की तब उत्तराखंड के राजनीति गलियारों में चर्चा शुरू हो गई। बता दें की अक्सर भाजपा सरकारों के विरुद्ध मुखर रहने वाले भाकियू नेता राकेश टिकैत की मुख्यमंत्री से भेंट सबको अचंभे में डालने वाली रही।
आपको इसके साथ ही जानकारी के लिए बता दें की प्रदेश के हरिद्वार के रोड़ीबेलवाला मैदान में चल रहे भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) की महापंचायत में तीसरे दिन कुल 27 प्रस्ताव पास किए गए, जिनमें एमएसपी बढ़ाने से लेकर उत्तर प्रदेश की तर्ज पर किसानों को मुफ्त बिजली मुहैया कराने जैसी मांगें शामिल हैं। इन प्रस्ताव को ज्ञापन के रूप में राष्ट्रपति को भेजा गया। इसके साथ ही महापंचायत का समापन हो गया।
बीते रविवार को तीसरे दिन चिंतन शिविर के दो दिनों में आए किसानों के विभिन्न मुद्दों पर पारित प्रस्तावों की घोषणा की। भाकियू (टिकैत) के चिंतन शिविर के तीसरे दिन राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सरकार पर हमला बोला। टिकैत ने कहा कि देश में अन्नदाता की हालत दयनीय है। उत्तराखंड में शुगर मिलों पर किसानों का गन्ने का करोड़ों रुपये बकाया है। स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट और एमएसपी कानून लागू न होने से किसानों की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। ऐसे अनेक मुद्दों पर चर्चा करते हुए 27 सूत्री प्रस्ताव पास किया गया। इसका मसौदा सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन के रूप में भेजकर लागू कराने की मांग की गई। इस दौरान राजबीर सिंह, बलराम सिंह, घनश्याम, विजय कुमार, राजपाल सिंह, शोभाराम ठाकुर आदि ने किसानों का आभार जताते हुए एकजुट होकर संघर्ष करने का आह्वान किया।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना