उत्तराखंड: राज्य में एक पति ने अपनी पत्नी को अवैध संबंधों के चलते मौत के घाट उतार दिया था जिसके बाद अब आरोपी पति को जीवन भर जेल में काटनी पड़ेगी। जानकारी के मुताबिक आपको बता दें की उत्तराखंड में कोर्ट ने टी-एस्टेट बंजारावाला में 5 साल पहले पत्नी की गला दबाकर हत्या करने के आरोपी को दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई है एडीजे तृतीय की कोर्ट में दोषी पर ₹5000 का अर्थदंड भी लगाया है दोषी पूर्व में सेना की नौकरी छोड़ चुका है। जानकारी के मुताबिक आपको बता दें की उत्तराखंड यह राज्य में हुई यह वारदात 16 अप्रैल 2017 को हुई थी शासकीय अधिवक्ता जेके जोशी ने बताया कि टी एस्टेट बंजारावाला मैं किराए पर रहने वाले अभिषेक निवासी हरनाथपुर चौक रानी बाजार पुरानी मंडी सहारनपुर ने अपनी पत्नी नीता शर्मा की गला दबाकर हत्या की थी पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर अभिषेक को हिरासत में लेकर पूछताछ की तब अभिषेक ने पुलिस को बताया था कि वह पत्नी के अवैध संबंधों के चलते परेशान था वारदात की रात उसने साथ में रहने वाले दोनों बच्चों को एक कमरे में सोने के लिए भेजा अंदर के कमरे में पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी इसकी सूचना पुलिस तक पहुंची तब अभिषेक को गिरफ्तार कर लिया गया।
इसके साथ ही आपको बता दें की साल 2017,17 अप्रैल को तत्कालीन इंस्पेक्टर पटेलनगर रितेश शाह की ओर से अभिषेक के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया। बता दें की पुलिस ने तब 5 जुलाई 2017 को 10 गवाह बनाते हुए आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल किया 25 नवंबर को आरोप तय कर निर्णय सुरक्षित रखा गया सोमवार को कोर्ट ने अभिषेक शर्मा को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। अभिषेक ने पत्नी को मारने के बाद खुद पुलिस कंट्रोल रूम में सूचना दी थी शुरू में अभिषेक ने बताया कि काम की तलाश के बाद घर आने पर देखा तो पत्नी मिली थी मगर बच्चों से पूछताछ में पुलिस को पर सच पता चला पिता को सजा दिलाने में भी बच्चों की गवाही अहम रही हत्या कांड के वक्त अभिषेक सुबह घर से ट्रांसपोर्ट नगर निकला था बच्चों ने कोर्ट में बताया कि पापा नौकरी नहीं मिलने से परेशान थे इसी वजह से उनका रोज मां से झगड़ा होता था आपको बता दें की आरोपी पति अभिषेक ने बताया कि पत्नी के कुछ लोगों से संबंध थे। बता दें कि अभिषेक की शादी औरैया इटावा की नीति से 2002 में हुई थी वारदात के वक्त अभिषेक का बड़ा बेटा तुषार 12 वर्ष छोटा बेटा गर्व 8 वर्ष का था अभिषेक के पिता को ऑपरेटिव बैंक में प्रबंधक थे जिनकी 2001 में मृत्यु होने पर परिवार की आर्थिक स्थिति बिगड़ गई थी अभिषेक की मां साथ रहती थी।