उत्तराखंड: राज्य की राजधानी देहरादून में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। जिससे आस पास के इलाके में हड़कंप मच गया है। मिली सूचना के मुताबिक आपको बता दें की देहरादून जिले मे गुरुवार यानी आज दोपहर को देहरादून के मोहिनी रोड स्थित एक घर में हत्या की सूचना मिली। बता दें की हत्यारे ने पैर बांधकर शव को रजाई में लपेटा और बोरे में बंद कर दिया। बता दें की इस घटना के विषय में तब पता चला जब कमरे से दुर्गंध आने लगी। इसके साथ ही बता दें की मृतक युवक के सिर पर किसी भारी वस्तु से वार किया गया था। प्रथमदृष्टया हत्या का कारण लेनदेन बताया जा रहा है। उसके साथी पर ही हत्या का शक जताया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक आपको बता दें की यह घटना डालनवाला थाना क्षेत्र के संजय कॉलोनी स्थित शहनवाज का घर है। बता दें की रात से ही घर के आसपास दुर्गंध आ रही थी। ऐसे में बृहस्पतिवार दोपहर में स्थानीय लोग इकट्ठा हो गए। पता चला कि दुर्गंध मकान के ऊपरी हिस्से में ज्यादा आ रही थी। इस कमरे में अशरफ निवासी जाफ्तागंज, नजीबाबाद, बिजनौर और उसका साथी अरमान रहता था। 24 दिसंबर को अरमान कमरा बंद कर चला गया था। सूचना पर पुलिस पहुंची और कमरे का ताला तोड़ा। देखा कि वहां एक खाकी रंग का बोरा रखा हुआ था। आपको बता दें की जैसे ही बोरे को खोला गया तो एक सड़ी-गली लाश रजाई में लिपटी हुई थी। उसकी पहचान अरशद के रूप में हुई। बता दें की इस मकान के मालिक ने मौके पर पहुंची पुलिस को बताया कि एक माह पहले अरशद उनके यहां अपने साथी अरमान के साथ रहने आया था। इनके पास और अन्य लोगों का भी आनाजाना था। 24 दिसंबर के बाद से उन्होंने यहां किसी को नहीं देखा था। अरमान और अरशद भगत सिंह कॉलोनी में चिटफंड का ऑफिस चलाते थे। पुलिस को अरमान पर ही शक है। बता दें की एसपी सिटी सरिता डोबाल ने बताया कि हत्या का कारण लेनदेन होने की आशंका है। आरोपी की तलाश में एसओजी और पुलिस की टीमें लगाई गई हैं। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
इसके साथ ही मिली जानकारी के मुताबिक आपको बता दें की कमरे में जिस जगह बोरा पड़ा था, वहां दीवार पर चार जगह खून लगा था। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि हत्या से पहले आरोपी और अरशद के बीच संघर्ष भी हुआ था। उसके सिर पर भारी वस्तु से वार किया गया था। हालांकि, पुलिस को वहां से कोई वस्तु बरामद नहीं हुई है। बता दें की फोरेंसिक टीम ने फिंगर प्रिंट्स और अन्य सामग्री को अपने कब्जे में ले लिया हैइस मामले में पुलिस चिटफंड स्कीम की भी अलग से जांच करेगी। पहले इस बात की जांच की जानी है कि उनकी चिटफंड स्कीम रजिस्टर्ड भी थी या नहीं। उनके साथ और कौन लोग काम करते थे। उन्होंने कितने लोगों के पैसे ठगे हैं। सीओ डालनवाला जूही मनराल ने बताया कि इन सब पहलुओं को लेकर एक टीम अलग से जांच कर रही है।