Big action by Uttarakhand SIT, Pushpanjali Infratech fraud case… उत्तराखण्ड से बड़ी ख़बर आपको बता दें की बहुचर्चित पुष्पांजलि रियलम्स एंड इंफ्राटेक लिमिटेड के फरार निदेशक दीपक मित्तल के पिता अश्विनी मित्तल को गिरफ्तार कर लिया गया है, साथ ही एसआईटी ने मामले में 41 अलग-अलग बैंक खातों को फ्रीज करवाया है।
Dehradun… आपको बता दें की पुष्पांजलि इंफ्राटेक फ्रॉड मामले में एसआईटी एक्शन में है, एसआईटी ने इस मामले में पुष्पांजलि डेवलपर्स और उनके सहयोगियों के 41 अलग-अलग बैंक खाते फ्रीज करवाये हैं, इन खातों में साल 2016 से साल 2023 तक करीब 205 करोड़ रुपए का लेनदेन हुआ है। एसआईटी ने जब इन खातों की जांच की तो पता चला इसमें सफेदपोश बिल्डर और कंपनियों के अन्य सदस्य भी शामिल हैं, जिनको जांच की रडार पर लिया गया है. साथ ही इस मामले में पुष्पांजलि रियलम्स एंड इंफ्राटेक लिमिटेड के फरार निदेशक दीपक मित्तल के पिता अश्विनी मित्तल को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, अश्विनी मित्तल को गैंगस्टर एक्ट में डालनवाला पुलिस ने हरिद्वार से गिरफ्तार किया है।
साथ ही आपको बता दें पुष्पांजलि एंड इन्फोटेक कंपनी के निदेशकों दीपक मित्तल, राखी मित्तल और राजपाल वालिया ने ऑर्किड पार्क और एमिनेंट हाइट्स में फ्लैट बेचने के नाम पर 88 लोगों से 30 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की, इसके बाद से ये सभी लगातार फरार चल रहे हैं, साथ ही इस मामले में पुलिस जांच में जानकारी मिली है कि धोखाधड़ी मामले में सीए, बिल्डर और फिल्म डायरेक्टर भी शामिल हैं, एसआईटी की टीम ने मामले की जांच के दौरान पुष्पांजलि डेवलपर्स और उनके सहयोगियों के 41 अलग-अलग बैंक खाते जिसमें साल 2016 से साल 2023 तक करीब 205 करोड़ रुपए का लेनदेन हुआ उसे फ्रीज करवाया है। पुलिस ने जब खातों की जांच की तो पता चला कि सफेदपोश बिल्डर और कंपनियों के अन्य सदस्य भी शामिल हैं, जिनको पुलिस ने रडार पर रखा है।
बता दें पुष्पांजलि एंड इन्फोटेक लिमिटेड के निदेशकों ने साल 2020 में देहरादून में फ्लैट, अपार्टमेंट बेचने के नाम पर लोगों से करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी की थी. इसके बाद अलग-अलग शिकायतों पर राजपुर और डालनवाला थाने में कुल 10 मुकदमे दर्ज किए गए थे. उसके बाद दीपक मित्तल और उसकी पत्नी राखी मित्तल दुबई भाग गए. वहां से लौटने के बाद इन्होंने मामले में स्टे ले रखा है. इनके खिलाफ इंटरपोल नोटिस सहित रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किए गए थे. तमाम प्रयासों के बावजूद देहरादून पुलिस इन लोगों की गिरफ्तारी नहीं कर सकी. साथ ही इनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत भी मुकदमा दर्ज किया गया है. फिलहाल सभी फरार चल रहे हैं।
दूसरी तरफ दीपक मित्तल के पिता अश्विनी मित्तल का नाम भी एक मामले में सामने आया था, एमडीडीए कॉलोनी चंद्र रोड डालनवाला निवासी पवन जायसवाल ने डालनवाला कोतवाली में तहरीर दी थी कि उन्हें एक फ्लैट की जरूरत थी. वह अपने परिचित के माध्यम से बिल्डर दीपक मित्तल के पिता अश्विनी मित्तल से मिले. अश्विनी ने उनसे कहा उनका बेटा दीपक मित्तल बड़ा बिल्डर है. अच्छा फ्लैट बनाकर बेचता है। इस पर अश्विनी ने अपने बेटे दीपक से उन्हें मिलवाया. आरोपियों ने हाउसिंग प्रोजेक्ट में तीन बीएचके का फ्लैट देने की बात कही थी. अश्विनी मित्तल और दीपक मित्तल के कहने पर पवन जायसवाल ने 13 सितंबर 2019 को दो लाख रुपए दे दिए. उसके बाद जब पवन जायसवाल ने अनुबंध पत्र बनाने को कहा तो आरोपी टालमटोल करने लगे। जब अपनी धनराशि वापस मांगी तो आरोपियों ने जान से मारने की धमकी दी. इस मामले में पुलिस ने दीपक मित्तल और उसके पिता अश्विनी मित्तल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया. अश्विनी मित्तल इस मुकदमे में अरेस्टिंग स्टे भी हासिल कर चुके थे, लेकिन पुलिस ने अश्विनी मित्तल को गैंगस्टर एक्ट में भी आरोपी बनाया. साथ ही अश्विनी मित्तल ने अपने बेटे दीपक मित्तल और बहू राखी मित्तल को भी संपत्ति से बेदखल कर दिया था।
मामले में अब पुष्पांजलि रियलम्स एंड इंफ्राटेक लिमिटेड के फरार निदेशक दीपक मित्तल के पिता अश्विनी मित्तल को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. अश्विनी मित्तल को गैंगस्टर एक्ट में डालनवाला पुलिस ने हरिद्वार से गिरफ्तार किया है. लंबे समय से फरार चल रहे पुष्पांजलि बिल्डर्स के मालिक दीपक मित्तल और उसकी पत्नी राखी मित्तल विदेश में हैं. उन पर भी 50-50 हजार का इनाम रखा गया है। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि जांच के दौरान दीपक मित्तल और राखी मित्तल के दुबई के तीन अन्य एनआरआई खाते जिनमें दीपक मित्तल और राखी मित्तल के दो अलग-अलग स्थानों में खाते होना सामने आया है, साथ ही आरोपी अश्विनी मित्तल के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत जांच करने के बाद अर्जित की गई अवैध संपत्ति की जब्तीकरण की कार्रवाई भी की जाएगी।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना