उत्तराखंड: राज्य के हल्द्वानी शहर की जेल में आज से करीब 13 दिन पहले एक मारपीट की घटना हुई थी जिसमे एक सिपाही को कैदी ने पीटा था। बता दें की 13 दिन बाद एक बार फिर इस तरह की घटना को अंजाम दिया गया है पर इस बार सिपाही नही बल्कि कैदी के साथ मारपीट की गई है। आपको बता दें की हल्द्वानी उपकारागार में रसोईघर में काम करने से इनकार करने पर हुई। बता दें की इस बहसबाजी के दौरान सिपाही और कुछ कैदियों ने बंदी को पीट दिया। पेशी के दौरान बंदी की हालत देख कोर्ट ने सिपाही और कैदी को तलब किया है। वहीं आपको बता दें की हल्द्वानी जेल अधीक्षक ने कोर्ट के आदेश पर शुरुआती जांच के बाद रिपोर्ट अदालत में पेश कर दी है
आपको इसके साथ ही जानकारी के लिए बता दें की कालाढूंगी थाने में पॉक्सो एक्ट के तहत दर्ज मामले में हल्द्वानी उपकारागार में बंद आरोपी अमरीख सिंह आठ फरवरी को जेल में टंकी से पानी भर रहा था। तभी सजायफ्ता कैदी सितारगंज के पंडारी का रहने वाला तस्लीम वहां आया। दोनों में पहले पानी भरने को लेकर झगड़ा हो गया। जेल प्रशासन विवाद को शांत कराते हुए दोनों की ड्यूटी सजा के तौर पर रसोईघर में लगा दी। जब अमरीख ने काम करने से मना किया तो वहां मौजूद सिपाही सज्जाद ने उसे हड़का दिया। नाराज अमरीख ने सिपाही का कॉलर पकड़ लिया। इस पर सिपाही और अन्य कैदी व बंदियों ने अमरीख को पीट दिया। दो दिन बाद मिलाई पर मां ने बेटे अमरीख को घायल देखा तो उन्होंने कोर्ट को जानकारी दी। बता दें की इस पर सिपाही सज्जाद, कैदी तस्लीम और बंदी अमरीख को कोर्ट में तलब किया गया। हल्द्वानी उपकारागार के डिप्टी जेलर आरपी सैनी ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।