उत्तराखंड: प्रदेश में प्रतिबंधित पशुओं के मांस की तस्करी के मामले रोजाना सामने आ रहें हैं सख्त कानून के बाद भी तस्कर अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे। पुलिस को भी तस्करी के सूचना मिल रही और पुलिस द्वारा एक्शन भी लिया जा रहा है लेकिन कई बार पुलिस द्वारा प्राप्त सूचना गलत भी साबित हो जाती है बता दें की हरिद्वार के शहर कोतवाली थाना क्षेत्र के दूधाधारी चौक हाईवे के पास देर रात एक टेंपो प्रतिबंधित पशु के कंकालों से भरा हुआ मिलने की सूचना से हंगामा मच गया। आलम यह रहा कि दूधाधारी चौक के पास ग्राउंड में काफी लोग एकत्र हो गए और हंगामा करने लगे। जिसके बाद मौके पर पुलिस पहुंची और वाहन चालक से पूछताछ शुरू की। वहीं पूछताछ में पता चला कि वाहन चालक मृत हुए आवारा पशुओं को एकत्र कर उत्तर प्रदेश के बिजनौर के पास नाटोर गांव में ले जाया जा रहा था, जिसकी अनुमति भी चालक के पास थी।
आपको बता दें की हरिद्वार कोतवाली क्षेत्र के एसएसआई मुकेश थालेडी ने जानकारी देते हुए बताया कि बदबूदार मांस के अवशेष और हड्डियों से भरे वाहन को कई स्थानीय लोगों ने रोक लिया था. इसकी सूचना हरिद्वार पुलिस को दी गई. जिसके बाद तुरंत पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और मामले की जांच में जुटी. स्थानीय लोगों का आरोप था कि एक टेंपो में एक युवक प्रतिबंधित मांस की तस्करी कर रहा है और उसे टेंपो में भरकर ले जा रहा है. जिसके बाद वाहन चालक से पूछताछ की गई.
पुलिस को वाहन चालक द्वारा सभी कागज दिखाए गए. चालक ने बताया कि वह इन अवशेषों को उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के पास एक गांव में ले जा रहा है। इसकी अनुमति भी वाहन चालक के पास पाई गई इसी के साथ वाहन चालक ने बताया कि इसकी टेंडर प्रक्रिया होती है। टेंडर के बाद अनुमति मिलने पर ही इसे लेकर जाया जाता है और अन्य कार्यों में उपयोग में लाया जाता है जिसके बाद मौके पर इकट्ठी हुई भीड़ को समझाया गया। स्थानीय लोगों ने भी समझदारी का परिचय देते हुए हंगामा शांत कर दिया।
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना