उत्तराखंड: भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान में बंटवारे के समय से कई हिंदू पाक में ही रह रहे थे बंटवारे से लेकर अब तक उनकी क्या स्थिति है यह आप सब इस चीज से बाखिफ है आपको बता दें की पाक और भारत के बंटवारे के समय पाक में रह रहे हिंदू करीब 13 प्रतिशत थे। अब के समय की बात करें तो केवल 1.85 ही हिंदू पाकिस्तान में रह गए है। और अब पाक में अल्पसंख्यकों का क्या हाल है यह जगजाहिर है आए दिन पाकिस्तान से अल्पसंख्यक ऊपर हो रहे अत्याचारों की खबरें आती रहती हैं ऐसे में पड़ोसी देश पाकिस्तान के कुल 190 हिंदू तीर्थ के लिए भारत आना चाहते थे। लेकिन बीते मंगलवार को पाक देश के इमीग्रेशन अधिकारियों ने 190 हिंदुओं को बाघा बॉर्डर पर रोक लिया इन्हें भारत नहीं आने दिया गया। जैसे की मालूम है कि भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार की खबरें आती रहती हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक आपको बता दें कि पाकिस्तान में रह रहे कुल 190 हिंदुओं के जत्थे में महिलाएं पुरुष और बच्चे शामिल थे। बता दें की यह सभी लोग भारत के उत्तराखंड राज्य के हरिद्वार में तीर्थ यात्रा के लिए आना चाहते थे। साथ ही यह लोग राजस्थान में अपने कुछ रिश्तेदारों से भी मिलना चाहते थे भारत-पाकिस्तान सीमा पर पाकिस्तानी अधिकारियों ने उन्हें भारत जाने की परमिशन नहीं दी। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान के अधिकारियों ने तीर्थ पर भारत आ रहे हिंदुओं से पूछताछ की बता दें की जब पूछताछ में उन्हे शक हुआ कि हिंदू वापस पाकिस्तान नहीं आएंगे। इसी वजह से पाकिस्तानी अधिकारियों ने भारत जाने की परमिशन नहीं दी। मिली जानकारी के मुताबिक बता दें कि इमीग्रेशन अधिकारी पाकिस्तान हिंदुओं के जवाब से सहमत नहीं थे इसी वजह से उन्हें बाघा बॉर्डर पर ही रोक लिया गया।
पाकिस्तान से आए अधिकांश हिंदू राजस्थान के कुछ हिस्सों में बस रहे हैं वह वापस पाकिस्तान नहीं जा रहे हैं हरिद्वार के तीर्थ पर आ रहे 190 हिंदुओं को इसी शक में पाकिस्तानी अधिकारियों ने भारत नहीं आने दिया इन हिंदुओं को बाघा बॉर्डर पर ही रोक लिया गया। आपको बता दें की द एक्सप्रेस ट्रिब्यून कि खबर के मुताबिक पाकिस्तान के सिंध के कई हिस्सों से बच्चों और महिलाओं सहित विभिन्न हिंदू परिवार बीते मंगलवार को बाघा बॉर्डर पहुंचे थे। उनके पास वीजा था और वह तीर्थ यात्रा के लिए भारत आना चाहते थे। सूत्रों के हवाले से कहा गया कि हिंदू परिवार अक्सर धार्मिक तीर्थ यात्रा के नाम पर वीजा लेते हैं और फिर लंबे समय तक भारत में रुक जाते हैं अभी राजस्थान और दिल्ली में बड़ी संख्या में पाकिस्तानी हिंदू खानाबदोश की तरह रह रहे हैं। पाकिस्तान में अधिकतर हिंदू आबादी गरीब है और देश की विधायी व्यवस्था में उनका प्रतिनिधित्व नगण्य है अधिकतर हिंदुओं वादी सिंध प्रांत में बसती है जहां मुस्लिम निवासियों के साथ उनकी संस्कृति परंपरा भाषा मेल खाती हैं।
रिपोर्ट– साक्षी सक्सेना