उत्तराखंड: राज्य में नाबालिग बच्चियों के साथ बड़ते क्राइम के बीच एक ऐसा मामला सामने आया है जिससे इंसान की इंसानियत खत्म होती नजर आ रही है अब के समय में हैवान की हैवानियत खत्म होने का नाम नही ले रहा ये मासूम बच्चियों को भी नही छोड़ते है बता दें की राज्य की राजधानी देहरादून से एक ऐसा ही मामला सामने आया है। बता दें की यहां एक घर में काम करने वाली बच्ची के साथ छेड़छाड़ और गलत हरकत करने के दोषी दंपति को कोर्ट ने तीन तीन साल की सजा सुनाई है स्पेशल फास्ट ट्रेक जज अश्विनी गौड़ की अदालत ने दोनों पर अलग-अलग धाराओं में कुल 60 हजार का अर्थदंड लगाया इसमें से ₹40000 पीड़िता को दिए जाएंगे।
आपकी जानकारी के लिए आपको बता दें कि 6 फरवरी साल 2017 को डालनवाला कोतवाली में एक मुकदमा दर्ज हुआ था जिसमें किशोरी की मां ने शिकायत की थी कि उनकी बेटी अजय भाटिया के घर में काम करती थी इस दौरान अजय भाटिया निर्वस्त्र होकर उससे मालिश करवाता था आरोप था कि उसने बार-बार गलत नियत से किशोरी से छेड़छाड़ भी की थी। इसकी शिकायत जब उसने अजय की पत्नी रोजी से की तो उसने भी डांट दिया। इस पर किशोरी की मां अच्छे और रोजी के पास पहुंची तो उन्हें भी धमकी दी गई कहा गया कि उनकी बहुत जान पहचान है व उनकी बेटी को विदेश भेज देंगे। इसका उन्हें पता भी नहीं चलेगा कुछ दिन बाद दंपत्ति ने किशोरी को काम से निकाल दिया।
बता दें की दंपत्ति पर आरोप था कि किशोरी ने जब किसी और घर के काम करना चाहा तो वह भी गलत बात कह कर उसे निकलवा दिया। बता दें की पुलिस ने जांच के बाद 2 माह के भीतर चार्जशीट दाखिल की अदालत में अभियोजन की ओर से 5 गवाह पेश किए गए इनके आधार पर कोर्ट ने बुधवार को दोनों दोषियों को सजा सुनाई।