उत्तराखंड: राज्य में लगातार युवा देवभूमि का नाम रौशन कर रहें हैं और सिर्फ देश में ही नहीं विदेश में अपनी छाप छोड़ने के साथ साथ देवभूमि के नाम को भी आगे बड़ा रहें हैं आपको बता दें की थाईलैंड में आयोजित जु-जित्सू एशियन चैंपियनशिप देश भर से छह खिलाड़ियों ने कांस्य पदक जीतकर नाम रोशन किया है। बता दें की इसमें तीन उत्तराखंड से हैं। और रुद्रपुर शहर के रहने वाले हैं बता दें की जयप्रकाश ऐसे खिलाड़ी हैं जिनके पिता मजदूरी करते हैं और बेटे को विदेश भेजने के लिए 90 हजार रुपये जुटाना उनके लिए मुश्किल था। फिर खेल प्रेमी आगे आए और मदद जुटाई। बता दें की जयप्रकाश की मां ने भी महिला समूह से रुपये उधार लेकर बेटे को रवाना किया। आखिरकार जयप्रकाश ने अपनी प्रतिभा के बूते बेहतरीन कर कांस्य पदक जीतकर दिखा दिया।
आपको बता दें की कांस्य पदक विजेता 19 वर्षीय जय प्रकाश ने बताया कि उनके घर की आर्थिक स्थिति सही नहीं है। पिता प्रेम चंद्र दिहाड़ी में मजदूरी करते हैं। जब प्रतियोगिता के लिए बैंकाक जाने की बारी आई तो उनके पास रुपये नहीं थे। करीब 90 हजार रुपये की जरूरत थी। मां मीना देवी ने गांव बुक्सौरा में महिला स्वयं सहायता समूह से और कुछ अन्य जान पहचान वालों से तीन प्रतिशत ब्याज पर रुपये उधार लिए। मगर इतने से भी काम नहीं चलने वाला था। उन्हें लगने लगा था कि वह प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं ले पाएंगे।इसके बावजूद साथी खिलाड़ियों, कोच ऋषिपाल भारती व खेल प्रेमियों ने हौसला दिया। कोच की ओर से भी इंटरनेट मीडिया पर बैंक अकाउंट देकर मदद की अपील की गई थी जिससे करीब 40 हजार रुपये की मदद मिली। जिला जु-जित्सू संघ के अध्यक्ष भारत भूषण चुघ ने भी प्रोत्साहित किया। और आखिरकार 56 किलो भार वर्ग में जय प्रकाश ने पदक जीतकर दिखा दिया कि प्रतिभा हो तो रास्ते भी निकल आते हैं और मंजिल भी मिलती है।
इसके साथ ही आपको बता दें की जु-जित्सु एशियन चैंपियनशिप में हल्द्वानी के आदर्श शर्मा और नव्या पांडे ने कांस्य पदक जीत कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। हल्द्वानी पहुंचने पर गुरुवार को मिनी स्टेडियम में जिला क्रीड़ा अधिकारी राशिका सिद्दीकी ने इनका स्वागत किया। जु-जित्सु एसोसिएशन आफ इंडिया के अध्यक्ष विनय जोशी ने बताया कि आदर्श शर्मा ने 94 किलोग्राम कांटेक्ट फाइटिंग व नव्या पांडे ने 45 किलोग्राम कांटेक्ट फाइटिंग इवेंट में कांस्य पदक जीता।