उत्तराखंड: राज्य में ठगी के अलग अलग मामले सामने आ रहें हैं। बता दें की एक मामला ठगी का सामने आया है जिसमे गले में स्टेथोस्कोप डालकर फर्जी डॉक्टर मरीजों से ठगी कर रहा था। बता दें की मामला हरिद्वार का है जहां पतंजलि के नाम पर साइबर ठगों द्वारा ऑनलाइन ठगी के मामले तो कई बार सामने आ चुके हैं। इन सबके बीच पतंजलि के अस्पताल में फर्जी डॉक्टर बनकर मरीजों से ठगी करने वाला ठग आखिरकार हॉस्पिटल स्टाफ के हत्थे चढ़ गया। बता दें की फिर क्या था, पहले तो अस्पताल के कर्मचारियों ने जमकर ठग की धुलाई की फिर उसे हरिद्वार पुलिस के हवाले कर दिया है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें की हरिद्वार जिले की बहादराबाद पुलिस ने बताया की हरिद्वार के दिव्य योग मंदिर ट्रस्ट के रमन पंवार द्वारा बताया गया कि राहुल कुमार निवासी ग्राम गढ़पुर थाना नवादा जिला नवादा बिहार पतंजलि योगपीठ के अस्पताल परिसर में घूम रहा था। पूछने पर व्यक्ति ने खुद को डॉ अशोक बताया और कहा कि वह पतांजलि योगपीठ के हॉस्पिटल में डॉक्टर है। बता दें की शक होने पर जब ठग से गहनता से पूछताछ की गई तो उसके पास आईडी कार्ड बरामद हुआ। जिसमें आईडी नंबर 92X53 नाम डॉ राहुल सिंह, ऑफिस का पता पतंजलि हॉस्पिटल आनंदम सिटी हरिद्वार लिखा था मौतजो पूर्ण रूप से फर्जी कूट रचित था। बता दें की पतंजलि के कर्मचारियों ने जब और गहनता से पूछताछ की तो पता चला कि वह चिकित्सकों को सीधे दिखाने के नाम पर मरीजों से पैसा ऐंठता था। साथ ही जानकारी के लिए ये भी बता दें की आरोपी युवक पूर्व में पतंजलि में रहकर ही मेडिकल की पढ़ाई कर रहा था। लेकिन इसकी गलत हरकतों के चलते इसे कॉलेज प्रशासन से उसे निकाल दिया था जिस कारण वह डॉक्टर नहीं बन पाया था। लेकिन पतंजलि की चकाचौंध को देख वह ज्यादा दिन उससे दूर नहीं रह पाया और हरिद्वार आकर दोबारा पतंजलि चिकित्सालय में फर्जी डॉक्टर बनकर न केवल घूमता-फिरता था। बल्कि मरीजों को भी उल्लू बना कर पैसा ऐंठता था। अस्पताल स्टाफ ने आरोपी की पिटाई करने के बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया है।
वहीं आपको बता दें की हरिद्वार जिले के थानाध्यक्ष बहादराबाद नितेश शर्मा ने बताया कि आरोपी के संबंध में पतंजलि की ओर से तहरीर दी गई है, जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है इसके पूर्व के इतिहास के बारे में भी पता लगाया जा रहा है।
रिपोर्ट– साक्षी सक्सेना