उत्तराखंड: राज्य में लगातार आत्महत्या के मामले बड़ते जा रहे है। इन मामलों में बच्चो से लेकर बुजुर्ग तक शामिल है। आपको बता दें की एक और मामला सामने आया है मामला रुड़की का है बता दें की यहां एक सिंचाई विभाग की वैज्ञानिक सहायक ने अपने सरकारी आवास पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। बता दें की इस से पहले उसने अपनी बेटी को सुबह स्कूल छोड़ा था और दिन में यह कदम उठाया। बता दें की कमरे का दरवाजा न खुलने पर पड़ोसियों ने मामले की जानकारी पुलिस को दी। बता दें की रुड़की पुलिस ने दरवाजा तुड़वाकर देखा तो महिला फांसी के फंदे पर लटकी हुई थी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है। बता दें की अभी आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
मिली सूचना के मुताबिक आपको बता दें की रुड़की के गंगनहर कोतवाली अंतर्गत आइआरआइ कालोनी निवासी व सिंचाई विभाग में वैज्ञानिक सहायक के पद पर तैनात मनीषा (35 वर्ष) पत्नी सन्नी सिंह के आवास का दरवाजा भीतर से बंद था। पड़ोस में रहने वाली एक महिला किसी काम से उसके पास गई। लेकिन दरवाजा खटखटाने के बाद भी दरवाजा नहीं खुला। काफी देर तक भी जब दरवाजा नहीं खुला तो महिला ने इस बात की जानकारी अन्य पड़ोसियों को दी। उन्होंने भी काफी आवाज लगाई और दरवाजा खटखटाया। लेकिन कोई जवाब नहीं आया। बता दें की अनहोनी की आशंका में पड़ोसियों ने गंगनहर कोतवाली पुलिस को मामले की जानकारी दी।
वहीं जब पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी तो सूचना पर मौके पर गंगनहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक ऐश्वर्यपाल पुलिस टीम के साथ पहुंचे। बता दें की पुलिस टीम ने जैसे-तैसे दरवाजा खोला। जब पुलिस टीम भीतर गई तो महिला का शव पंखे से लटका हुआ था। पुलिस ने शव को नीचे उतारा। इसके बाद पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल की मोर्चरी में भिजवाया।
इसके साथ ही आपको बता दें की रुड़की के इंस्पेक्टर ऐश्वर्य पाल ने बताया कि महिला का पति आइटीबीपी में तैनात है। वह छुट्टी पर आया हुआ था। दो दिन पहले ही वह वापस ड्यूटी पर गया है। महिला की एक बेटी है। सुबह के समय वह बेटी को स्कूल छोड़कर आई। महिला आज ऑफिस नहीं गई थी। बेटी को स्कूल छोड़ने के बाद से वह घर का दरवाजा बंद करके अंदर चली गई थी। आत्महत्या के कारणों का अभी पता नहीं चला है। कोई सुसाइड नोट भी अभी नहीं मिला है। मामले की जांच पड़ताल अभी चल रही है। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा