उत्तराखंड: राज्य के हरिद्वार में बड़ते अपराधो को पुलिस कम करने की कोशिश में तो वहीं एक ही महीने में ऐसी दो घटनाएं सामने आ चुकी है जिसमे पुलिस अपने हाथ मलते रह गई और चोर चकमा देकर फरार हो गए। लगता पुलिस से ज्यादा चोर शातिर हो चुके हैं आपकी जानकारी के लिए बता दें की मामला हरिद्वार जिले के कनखल का है जहां दरिद्र भंजन मंदिर में चांदी का छत्र व कीमती सामान चोरी करने के मामले में गिरफ्तार किया गया एक चोर थाने की दीवार फांदकर फरार हो गया। पुलिस टीमें आरोपित की तलाश में जुटी हुई हैं। वहीं जानकारी के लिए बता दें की हरिद्वार जिले में एक सप्ताह में पुलिस कस्टडी से आरोपित के फरार होने की यह दूसरी घटना है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक आपको बता दें कि, तीन दिन पहले हरिद्वार जिले के कनखल थाना क्षेत्र के प्रसिद्ध दरिद्र भंजन महादेव में अज्ञात चोरों ने चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। इसमें चोर मंदिर में लगा टीवी, शंकर भगवान का चांदी का छत्र सहित सहित काफी सामान चुरा ले गए थे। बता दें की जिसमें कार्रवाई करते हुए पुलिस ने चंद घंटों के भीतर ही आरोपित रवि सरदार और उसके भाई चवन्नी निवासीगण कनखल को गिरफ्तार कर उनसे चोरी का सामान बरामद कर लिया था। साथ ही बता दें की बीते शुक्रवार सुबह दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाना था। चवन्नी ने शौचालय जाने की बात कही। जिसके बाद थाने में तैनात मुंशी जसवंत उसे लेकर शौचालय गया। काफी देर तक चवन्नी शौचालय से बाहर नहीं आया तो जसवंत को शक हुआ। जाकर देखने पर शौचालय खाली मिला। चवन्नी शौचालय के बराबर में स्थित दीवार फांद कर फरार हो चुका था।
वहीं आपको बता दें की एक हफ्ते में ऐसी दूसरी घटना से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। कई टीमों को चवन्नी की तलाश में भेजा गया है। वहीं बता दें कि पुलिस अधिकारी दावा कर रहे हैं कि जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। साथ ही बता दें की इस मामले में हरिद्वार जिले एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं, आपको बता दें कि हरिद्वार में एक सप्ताह में आरोपित के पुलिस कस्टडी से फरार होने की यह दूसरी घटना सामने आई है। इस से पहले राजस्थान राज्य की पुलिस की कस्टडी से भी पांच दिन पहले हरकी पैड़ी क्षेत्र में एक आरोपित शौचालय की खिड़की के रास्ते भाग निकला था। उसका अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है। और जिसके बाद एक और घटना सामने आ गई। ये पुलिस प्रशासन पर कई सवाल भी खड़ा करता है।
रिपोर्ट– साक्षी सक्सेना