उत्तराखंड: प्रदेश के हरिद्वार जिले की रहने वाली एक नाबालिग लड़की को घर छोड़कर जाना महंगा पड़ गया बता दें की लड़की को देह व्यापार में ढकेल दिया गया। बता दें की ये लड़की मोबाइल इस्तेमाल पर मां की डांट से नाराज होकर घर से निकली गई थी लड़की नौवीं कक्षा की छात्रा है। बता दें की जब तीसरे दिन घर पहुंची छात्रा ने आपबीती बताई तो परिवार के पैरों तले जमीन खिसक गई। पुलिस ने तुरंत मुकदमा दर्ज करते हुए आरोपित दलाल को गिरफ्तार कर लिया। उसने छात्रा को जिस्मफरोशी के लिए जहां-जहां भेजा, दुष्कर्म के मामले में पुलिस उनकी तलाश में जुट गई है।
पुलिस के मुताबिक, आपको बता दें की कक्षा आठ में पढ़ने वाली कनखल क्षेत्र की एक छात्रा के मोबाइल इस्तेमाल करने पर मां ने डांट दिया था। जिससे वह नाराज होकर चली गई। स्वजन अपने स्तर से रिश्तेदारी व परिचितों में उसकी तलाश करने में जुटे थे। तभी रविवार को छात्रा खुद ही लौट आई। उसने स्वजनों को आपबीती सुनाते हुए बताया कि एक रिश्तेदार युवती ने उसकी मुलाकात दीपक सैनी निवासी राजीवनगर बस्ती गोविंदपुरी से कराई थी। दिनेश ने नौकरी लगवाने का झांसा दिया और तीन अलग-अलग लोगों से मिलवाया। लड़की का आरोप लगाया कि तीनों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। तब स्वजन तुरंत छात्रा को कनखल थाने लेकर पहुंचे और थानाध्यक्ष नरेश राठौड़ को पूरी कहानी बताई। पुलिस ने छात्रा के भाई की शिकायत पर तुरंत मुकदमा दर्ज किया और आरोपित दीपक सैनी को हिरासत में ले लिया।
पूछताछ और छानबीन में पता चला कि दीपक पेशेवर दलाल है। उसने छात्रा को रानीपुर और जगजीतपुर क्षेत्र में तीन ग्राहकों के पास भेजा था। कनखल थानाध्यक्ष नरेश राठौड ने बताया कि आरोपित दीपक सैनी को किशोरी को बंधक बनाकर जिस्मफरोशी कराने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। किशोरी से दुष्कर्म करने वाले आरोपितों की तलाश की जा रही है। जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। बता दें की पुलिस ने दलाल दीपक के मोबाइल फोन भी खंगाला। उसके तार दिल्ली में जिस्मफरोशी के सौदागरों से जुड़े निकले। मोबाइल में कॉल गर्ल की उत्तेजक तस्वीरें और मोबाइल नंबर मिलने के साथ ही कई नियमित ग्राहकों की जानकारी भी पुलिस को मिली है। इनमें शहर के कई नामचीन, सफेदपोश और प्रतिष्ठित लोग भी शामिल हैं।
जिन्हें व्हाट्सएप एप्लीकेशन के जरिए वह लड़कियों के फोटो भेजकर पसंद कराता था। बाद में उन्हें लड़कियां उपलब्ध कराता था। थानाध्यक्ष नरेश राठौड़ ने बताया कि आरोपित व्हाट्सअप पर ही पूरा धंधा संचालित कर रहा था। वह युवतियों को पैकेज सिस्टम पर लाकर हरिद्वार में जिस्मफरोशी कराता था। पैकेज तय होने पर उनके रहने खाने का जिम्मा भी दीपक उठाता है। वहीं इस मामले की तह तक जाने के लिए पुलिस ने रिश्तेदार युवती से भी पूछताछ की। पता चला कि छात्रा के घर नहीं लौटने पर स्वजनों ने रिश्तेदारों में उसकी तलाश की। जिससे रिश्तेदार युवती को जानकारी लग गई। युवती का कहना है कि उसे दीपक की असलियत मालूम नहीं थी। वह नौकरी लगवाने की बात करता था। इसलिए घर से निकली छात्रा का मोबाइल नंबर इसीलिए दीपक को दिया था कि उसका भविष्य बच जाए
रिपोर्ट: साक्षी सक्सेना